पटना: नीतीश कुमार ने जब बिहार में शराबबंदी की घोषणा की होगी तब ये नहीं सोच होगा की जिनको शराबबंदी को सफ़ल बनाने का जिम्मा सौंपा जाएगा वो ही इसको विफल बनाने के प्रयास में लग जाएंगे। जी हाँ, आप सही समझ रहे हैं। बात पुलिस, प्रसाशन और सरकारी कर्मचारियों की हो रही जिन्हे जिम्मेदारी सौंपी गई थी शराब बंदी को पूर्ण रूप से लागू करके उसे बरकरार रखने की।
आज सुबह से सोशल मीडिया पर एक विडिओ लगातार शेयर किया जा रहा है जिसमे एक व्यक्ति शराब पीते साफ साफ दिखाई दे रहा है। पड़ताल करने पर पता चल की यह व्यक्ति कोई आम आदमी नहीं बल्कि पटना के गौरीचक थाने में तैनात एएसआई दिनेश यादव हैं।
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थाना में चल रहा था दारू पार्टी?
आपको पूरा मामला बताते हैं उसके पहले यह जान लीजिए की ये दारू पार्टी हो किधर रही थी। दरअसल एएसआई साहब जहां मदिरापान करने में व्यस्त थे वह कोई बार, घर या होटल नहीं बल्कि उनका थाना था जहां वो नियुक्त थे। जी हाँ, महोदय खुद के थाना में बैठकर ही मदिरापान का आनंद ले रहे थे। हालांकि उनके साथ और कितने लोग थे ये बात इस वीडियो से स्पष्ट नहीं हो सकी है लेकिन एएसआई साहब साफ़ साफ़ शराब का सेवन करते नजर आ रहे हैं।
कैसे हुआ वीडियो वायरल?
हालांकि इस बात की पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है की यह वीडियो किसने बनाया और कैसे वायरल हुआ है पर ये कयास लगाए जा रहे हैं की एएसआई दिनेश यादव की उनके ही थाने में तैनात किसी सिपाही से अनबन हुई और उसने बदले की भावना से उनके शराब का सेवन करते हुए वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। इसके बाद ये वीडियो काफ़ी शेयर किया जाने लगा और इसके बाद नीतीश जी के शराबबंदी का सारा पोल खुल गया है।
भागलपुर के DTO ऑफिस में भी हो रही थी शराब पार्टी
बीते शनिवार को भागलपुर से भी ऐसी ही एक घटना सामने आई जहां DTO ऑफिस में कार्यरत 7 डाटा एंट्री ऑपरेटर को भी DTO ऑफिस में ही शराब पार्टी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। ऐसी घटना अक्सर सामने आती रहती हैं पर विचार करने योग्य बात यह है कि जिस राज्य में शराब बंदी है उस राज्य में सरकारी दफ़्तर में ही अब शराब पार्टी कि जा रही है।
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इस मामले में आगे क्या होता है ये देखना होगा। लेकिन इन मामलों के लगातार सामने आने से एक बात तो स्पष्ट है की नीतीश कुमार की शराब बंदी पूरी तरह से विफल रही है और उन्हें इस विषय मे दोबारा विचार करना चाहिए।