पटना: बिहार की राजनीति से कोसो दूर रहने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को अचानक सूबे की याद आ गई। इस बार उन्होंने साइकिल गर्ल ज्योति की आर्थिक मदद करने के बहाने बिहार से टूट रहे अपने संपर्क को जोड़ने का काम किया।
दरअसल दरभंगा की साइकिल गर्ल ज्योति के पिता का निधन 2 जून को हो गया था। उनकी मौत हार्ट अटैक आने के कारण हुई थी। ऐसे में ज्योति के पिता की मौत की सूचना मिलते ही एक के बाद एक कई सारे लोगों ने उन्हें सांत्वना देना शुरु कर दिया। हालांकि किसी ने आर्थिक मदद का वादा नहीं किया लेकिन हाल चाल पूछने जरुर आएं। ऐसे में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मौका देख कर चौका मारने का प्रयास किया। उन्होंने साइकिल गर्ल ज्योति से बुधवार की रात फ़ोन पर बातचीत की एवं गहरी संवेदना प्रकट की। बीतचीत के दौरान उन्होंने ये वादा किया कि ज्योति की पढ़ाई का सारा खर्च कांग्रेस पार्टी उठाएगी।
तो वहीं इस संबंध में ज्योति ने भी बताया कि प्रियंका गांधी ने उससे फ़ोन पर बातचीत करके उसका हालचाल पुछा और पिता की मौत पर संवेदना प्रकट की। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी पढ़ाई का सारा खर्च कांग्रेस पार्टी वहन करेगी। उधर अगले दिन गुरुवार को स्थानीय कांग्रेस नेता मशकूर अहमद ज्योति के घर गए और उसे एक शोक संवेदना पत्र प्रदान किया जिसमें प्रियंका गांधी द्वारा सांत्वना दी गई थी। उसमें ये भी लिखा था कि ज्योति की पढ़ाई का सारा खर्च पार्टी वहन करेगी। यह निर्णय पार्टी के आलाकमान का है।
ऐसे में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा उठाए गए इस कदम कि कई लोग तारीफ़ कर रहे तो कई लोग आलोचना। किसी का कहना है कि वे बिहार की राजनीति में अपना वर्चस्व बनाना चाहती है तो कोई कह रहा कि मुसिबत में मसीहा बन मदद करने में हमेशा आगे रहती हैं प्रियंका गांधी। अब असल बात क्या हैं ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
आपको बता दें कि पिछले साल लॉकडाउन के दौरान दरभंगा की रहने वाली ज्योति ने गुड़गांव से 1200 किमी साइकिल चलाकर अपने बीमार पिता को दरभंगा लाने के बाद चर्चा में आयी थी। ज्योति के इस साहस को जानने के बाद लोग उसे ‘साइकिल गर्ल’ और ‘कलयुग की श्रवण ’ के नाम से जानने लगे। ज्योति के इस साहसिक कारनामे में इतना दम था कि उसे अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पुत्री इवांका ट्रंप से भी काफ़ी तारीफ सुनने को मिली। फिलहाल आपको बता दें कि ज्योति के पिता के निधन के बाद शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है।
हमें उम्मीद है कि ज्योति और उनका परिवार इस दुख से उभर जाए और ज्योति को सरकारों से पूरी मदद मिले।