पटना: भागलपुर का पल्स अस्पताल जहां बीते दिनों भी रेमडिसीवर इंजेक्शन के कालाबाजारी को लेकर विवाद छिड़ा और अस्पताल संदेह के घेरे में आया था। अब दोबारा विवादों के घेरे में हैं। साथ ही इससे पूर्व भी कई घटनाओं में इनका नाम आया हुआ है।
दरअसल गुरुवार को दोपहर 1 बजे के करीब वहां इलाज करा रहे श्री गणेश प्रसाद सिंह उम्र 62 वर्ष जो मोहनपुर हबीबपुर के रहने वाले हैं, अस्पताल में आपात स्थिति में भर्ती हुए। सही तरीके से इलाज नहीं होने पर जब परिजनों ने डाक्टर से सवाल पूछा तो उनके द्वारा बदसलूकी कि गई जिसके बाद परिजनों द्वारा हंगामा किया गया। इस मामले के बारे में मरीज गणेश प्रसाद के पुत्र अमृत राज ने बताया कि यहां पर मार्च में उनके पिता जी को सर्जरी के लिए लाया गया था। जिसके बाद यहां सर्जरी कर उनके हृदय में पेसमेकर लगाया गया था। डाक्टरों ने कहा था कि दस साल तक अब इनको कुछ नहीं होगा। “उस वक़्त हमने इलाज के लिए दो लाख रुपए दिए थे। लेकिन 6 June को पिता जी के सीने में फ़िर दर्द हुआ जिसके बाद उन्हें यहां भर्ती कराया गया।” आगे उन्होंने बताया कि डाक्टर सुशील ठाकुर ने कहा कि “पेसमेकर थोड़ा ढीला रह गया है फिर से सर्जरी कर के उसे ठीक कर दिया जाएगा, आपको 25000 रुपया देना होगा।” उसके बाद बुधवार 9 June को कहा गया “आप इन्हें बाहर ले जाईये और आज बोल जा रहा है कि वो ठीक हैं घर लेकर जाइये।”
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आगे अमृत राज ने बताया कि “हंगामा के बाद हमलोग जब बाहर निकले तो अस्पताल के द्वारा भेजे गए बदमाशों द्वारा हमें धमकाया गया और 10000 रुपये छिन लिए गए।” ये घटना अस्पताल से थोड़ी दूरी पर हुई थी। क्योंकि उस जगह पर किसी तरह का कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं लगा है।
आगे उनकी बहन खुशबू कुमारी ने बताया :
“ये लोग सुबह से बदतमीजी कर रहे थे। डाक्टर सुशील ठाकुर पत्नी अर्चना शर्मा ने भी बदतमीजी की। जब हमलोग बाहर निकले तो हमलोगों को धमकाया भी गया और जब हमलोग वीडियो बनाने लगे तो मोबाइल छीन कर पटकने की बात कहने लगा। हमलोगों ने इसकी लिखित शिकायत वरीय पुलिस अधीक्षक को भी दे दी है।“
वहीं इस विषय में अस्पताल के डायरेक्टर डाक्टर सुशील कुमार ठाकुर ने बताया कि “ये लोग बिना वजह के आरोप लगा रहे हैं। पिछले तीन दिनों से मरीज यहां भर्ती है उनके इलाज में जो खर्च आया है हमलोगों ने खुद दिया है परिजनों द्वारा एक रुपया नहीं दिया गया है। उनलोगों ने वेवजह यहां हंगामा किया है। इसके लिए हमलोग एफआईआर दर्ज भी करवायेंगे।”
पत्रकारों का भी विडियो बना रही थी Dr. अर्चना शर्मा।
आपको बता दें कि यह पल्स अस्पताल पहले से विवादों में रहा है। इस हंगामे में भी परिजनों द्वारा अर्चना शर्मा पर ही हंगामे कि शुरुआत होने की बात कही गई है।
इसको लेकर जब पत्रकारों द्वारा डाक्टर सुशील ठाकुर से बयान लिया जा रहा था। तो वो विडियो बनाती रही। पुछने पर उन्होंने बताया कि मैंने अपनी सुरक्षा के लिए रिकॉर्ड किया है।
अब इससे तो साफ़ जाहिर है कि जरुर अस्पताल प्रशासन द्वारा कहीं न कहीं लापरवाही बरती गई है।
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