पटना: बिहार में लगभग 1 महीने बाद लॉकडाउन समाप्ति की घोषणा हो चुकी है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी और उन्होंने बताया कि अब राज्य में लॉकडाउन को खत्म किया जाता है लेकिन कुछ पाबंदियां अभी भी जारी रहेंगी।
खबर के मुताबिक पहले मुख्यमंत्री ने उस विशेष टीम के साथ बैठक की जिसे कोरोना के मैनेजमेंट के लिए बनाया गया है और उसी बैठक में इस बात का फैसला लिया गया जिसके बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्विटर के जरिए ऐलान कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि लॉकडाउन के कारण ही कोरोना के संक्रमण में कमी आई है।
सबसे पहले जान लीजिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्या ट्वीट किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘लाॅकडाउन से कोरोना संक्रमण में कमी आई है। अतः लाॅकडाउन खत्म करते हुये शाम 7ः00 बजे से सुबह 5ः00 बजे तक रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा। 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ सरकारी एवं निजी कार्यालय 4ः00 बजे अपराह्न तक खुलेंगे। दुकान खुलने की अवधि 5ः00 बजे अपराह्न तक बढेंगी। आनलाईन शिक्षण कार्य किये जा सकेंगे। निजी वाहन चलने की अनुमति रहेगी। यह व्यवस्था अगले एक सप्ताह तक रहेगी। अभी भी भीड़भाड़ से बचने की आवश्यकता है।’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट के जरिए बताया कि कार्यालय अभी भी 50 फ़ीसदी उपस्थिति के साथ ही चलेंगे तथा शाम 4:00 बजे तक ही खुले रहेंगे।
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मुख्यमंत्री ने शिक्षण संस्थानों को लेकर कहा कि फिलहाल जिस प्रकार से ऑनलाइन क्लास चल रही है उसी प्रकार से चलती रहेगी लेकिन जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक सरकार अभी फिलहाल शिक्षण संस्थानों को खोले जाने के पक्ष में नहीं है। सरकार के मुताबिक जब तक स्थिति पूरी तरीके से सामान्य नहीं हो जाता तब तक शिक्षण संस्थानों को नहीं खोला जाएगा। खबर के मुताबिक जुलाई महीने में शिक्षा संस्थानों को लेकर सरकार की तरफ से कोई जानकारी सामने आ सकती है। सरकार फिलहाल रात्रि कर्फ्यू के पक्ष में है। रात्रि कर्फ्यू किसी एक शहर या जिले में नहीं बल्कि पूरे राज्य में एक समान लागू रहेगा हालांकि दिन के समय गाड़ियों के परिचालन पर किसी प्रकार का रोक नहीं रहेगा। रात्रि कर्फ्यू का समय शाम 7 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक है। अभी तक सरकार ने कार्यालयों में काम कर रहे कर्मचारीयों को वर्क फ्रॉम होम के सिद्धांत पर काम करने का आदेश दिया था।
अब आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सरकार ने लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखकर 5 मई से लॉकडाउन लगाया था। पहली बार 15 मई तक के लिए लॉकडाउन को लगाया गया था लेकिन समय-समय पर स्थिति को देखते हुए सरकार की तरफ से इसमें बढ़ोतरी की जाती रही। अगर राज्य में कोरोना को देखे तो यह काफी हद तक कम हो चुका है जिसके बाद सरकार ने अधिकारियों से इसके बारे में सलाह दिया और फिर उसी आधार पर लॉकडाउन को खत्म करने का निर्णय लिया गया है। अगर कोरोना के मरीजो की बात करें तो 7 जून यानी कि कल राज्य भर में 762 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे जो पिछले कुछ समय के मुकाबले काफी कम है। सरकार ने जो नया आदेश दिया वह आने वाले 1 सप्ताह तक प्रभावी रहेगा और उसके बाद माना जा रहा है कि सरकार फिर से वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेगी और उनसे सलाह लेकर आगे क्या करना है उस पर फैसला लेगी।
सरकार की तरफ से जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अपने इलाके में संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए धारा 144 लगा सकते हैं वहीं जिलाधिकारियों को अपने जिले में मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। फिलहाल सरकार के आदेश और जानकारी आ रही है उसके अनुसार एक बात साफ है कि सरकार की तरफ से स्कूल और कॉलेज को लेकर कोई खास विचार नहीं किया जा रहा है। सरकार स्कूल और कॉलेजों के बारे में कभी सोचे कि जब स्थिति पूरे तरीके से सामान्य हो जाए। शायद सरकार इस बार अपनी तरफ से कोई गलती करना नहीं चाहती है क्योंकि दुनिया भर के कई जगह से ऐसी खबरें आ चुकी है जहां शिक्षण संस्थानों के जरिए एक साथ दर्जनों बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। अब आगे एक सप्ताह बाद फिर से बैठक होगी तब राज्य की स्थिति को देखते हुए सरकार के तरफ से फैसला लिया जाएगा।