वो कहते हैं ना किसमत का कुछ पता नहीं होता एक पल साथ होती है, तो दूसरे पल कहीं ओर। कुछ ऐसा ही हुआ बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद के साथ।
जिंदगी के आखिरी पड़ाव में काफी उतार-चढ़ाव देखने वाले कांता प्रसाद अब एक बार फिर से वहीं आ गए हैं जहां से उन्होंने सब कुछ शुरू किया था।
दान वाले पैसे से बाबा का ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद ने दिल्ली के मालवीय नगर में ही 5 लाख रुपए की लागत से एक रेस्टोरेंट खोला था। नए रेस्तरां में बाबा ने एक कुक और एक वेटर रखा था। सुरक्षा के लिहाज से रेस्टोरेंट में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। लेकिन लॉकडाउन और शुरुआती ग्राहकों के आने का दौर खत्म होने के बाद रेस्टोरेंट में कुछ नहीं बचा। ऐसा घाटा हुआ कि कांता प्रसाद को रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा और वे एक बार फिर से अपनी पुरानी जिंदगी में लौट आए हैं।
रेस्टोरेंट में 5 लाख का निवेश किया
कांता प्रसाद ने कहा, ‘रेस्टोरेंट में 5 लाख का निवेश किया और तीन लोगों को काम पर रखा था. रेस्टोरेंट का मासिक खर्च लगभग 1 लाख था। 35,000 रुपये किराए के तौर पर देने होते थे। 36,000 रुपये में तीन कर्मचारियों की तनख्वाह दी जाती थी। 15,000 राशन, बिजली और पानी के लिए जाता था। हालांकि, औसत मासिक बिक्री कभी 40,000 रुपये से अधिक नहीं हुई। ऐसे में नुकसान हो रहा था। बाबा कहते हैं कि लोगों ने उन्हें रेस्टोरेंट खोलने की गलत सलाह दी और उन्हें काफी घाटा सहना पड़ा।
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बाबा की ढाबा वाले कांता प्रसाद कहते हैं कि अब मैं अपने पुराने ढाबे को चलाकर ही खुश हूं। मैं जब जिंदा रहूंगा तब तक यह ढाबा चलाऊंगा। जिस दिन कारोबार गिरने लगेगा, मैं इसे बंद कर दूंगा। मैंने पिछले साल डोनेशन में मिले पैसों में से 20 लाख रुपए अपने और अपनी पत्नी के लिए रखे हैं।
कैसे बदली थी कांता प्रसाद की किस्मत
पिछले साल बाबा की कहानी और उनका ढाबा सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। वायरल हुए उस वीडियो में बाबा यानी कांता प्रसाद काफी रोते हुए दिख रहे थे। पिछले साल देश में लगे संपूर्ण लॉकडाउन के चलते उनके ढाबे का धंधा चौपट हो गया था। वहीं जब एक यूट्यूबर ने उनका वीडियो बनाया तो अपनी कहानी बताते हुए वे और उनकी पत्नी बादामी देवी काफी रो रही थीं। उनकी भावुक कहानी सुनने के बाद कई लोगों का दिल पसीज गया और उनकी मदद के लिए पैसे देने लगे। इस दौरान दूर-दूर से कई लोग उनके ढाबे पर खाना खाने आने लगे। बाबा की किस्मत बदल गई।
इसके कुछ ही दिनों बाद पैसों को लेकर उनका विवाद उस यूट्यूबर गौरव से हो गया, जिसने उनकी कहानी दुनिया को दिखाई थी। इस कारण उनकी जो छवि लोगों के बीच बनी थी वो टूट गई।
अब कांता प्रसाद एक बार फिर से उसी फूड स्टॉल यानी बाबा का ढाबा पर लौट आए हैं, जहां से वो फेमस हुए थे। लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के चलते यहां भी आमदमी काफी कम है।
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अब इसे तो यही बात निकलती है की लालच अगर हो जाएं तो हालात यही होगा