पीएनबी से हजारों करोड़ रूपये घोटाले के बाद एंटीगुआ में रह रहे हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को वापस लाने के लिए भारत सरकार के वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे से सलाह-मशवरा कर रही है। मौजूदा समय में महारानी एलिजाबेथ के कानूनी सलाहकार हरीश साल्वे डोमिनिका के हाईकोर्ट में भारत का पक्ष भी रख सकते हैं। बता दें कि डोमिनिका में चोकसी के अवैध प्रवेश के मामले की सुनवाई वहां की हाईकोर्ट में ही चल रही है।
इससे पहले हरीश साल्वे कुलभूषण जाधव केस में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक चोकसी बीते महीने डोमिनिका में गिरफ्तार हुआ था। भारत से भागने के बाद चोकसी ने कथित तौर पर एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी और वह साल 2018 से वहीं रह रहा था।
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अभी हरीश साल्वे भारत सरकार को सलाह दे रहे हैं। इससे पहले हरीश साल्वे कुलभूषण जाधव केस में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक चोकसी बीते महीने डोमिनिका में गिरफ्तार हुआ था। भारत से भागने के बाद चोकसी ने कथित तौर पर एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी और वह साल 2018 से वहीं रह रहा था।
हालांकि, इस साल मई महीने में डोमिनिका के तटीय सुरक्षाकर्मियों ने चोकसी को अवैध रूप से उनके क्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। डोमिनिका की मैजिस्ट्रेट कोर्ट में चोकसी की जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है, जिसके बाद चोकसी ने डोमिनिका की हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी दी है। अब इस मसले पर 14 जून को सुनवाई होनी है।
वहीं मेहुल चोकसी ने ये भी दावा किया है कि 10 लोगो ने उन्हें जमकर मारा पीटा जिसके चलते वे बेहोश हो गए थे और फ़िर उन्हें डोमनिका ले गए। इसको लेकर मेहुल ने वहाँ की पुलिस से इसकी शिकायत भी कि है जिसमे 8 से 10 अज्ञात लोगों का जिक्र किया गया है।
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