इस कोरोना महामारी में भारत मे रविवार को सबसे कम कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आए। नए मामलों से ज्यादा संख्या में मरीज़ों के ठीक होने की भी आंकड़े सामने आए हैं। इसके परिणामस्वरूप सक्रिय मामलों की संख्या भी गिरकर 15 लाख से नीचे आ गयी है।
कोरोना संक्रमण की स्तिथि को दर्शाने वाले सभी आकड़े में तेजी से सुधार होते नजर आ रहा है।दैनिक ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक समेत दक्षिण भारत के लगभग सभी राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं। तमिलनाडु को छोड़कर बाकी के दूसरे राज्यों में नए मामले 15,000 से नीचे भी आ गए हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना के चलते हैं मरने वालों की संख्या एक लाख को पार कर गई है। बीते चौबीस घंटों में 661 मौत के साथ ही राज्य में अब तक कुल 1,00,130 लोगों की जान जा चुकी है। महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 58 लाख से ज्यादा हो गई है।
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इस कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाओं की भी मौत हुई है। इसको देखते हुए एक रिपोर्ट में प्राथमिकता के आधार पर गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करने की जरूरत पर भी जोर दिया गया है। वर्तमान में गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए तय किए गए किसी भी प्राथमिकता समूह में नहीं रखा गया है। इनके टीकाकरण को लेकर भी नीति स्पष्ट नहीं है। टीका लगवाने का फैसला गर्भवती महिलाओं पर ही छोड़ दिया गया है। सामान्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने के बाद ज्यादा खतरा रहता है, इसलिए इन्हें टीके का सुरक्षा कवच दिया जाना जरूरी है।
बिहार राज्य में भी कोरोना के नए मामले तेजी से घट रहे हैं। रविवार को कुल 920 कोरोना संक्रमित मिले हैं। संक्रमण के नए मामले कम होने के बाद, 38 जिलो में से 15 जिलो में शनिवार से रविवार के बीच 10 से भी कम संक्रमित मिले हैं। इससे अब बिहार राज्य में संक्रमण दर 0.84 फीसद रह गई है।
वैज्ञानिकों की माने तो कोरोना का अभी तिसरा लहर आना बाकी है,जिसके लिए हमे अभी से तैयार रहना होगा जिससे कि आने वाले समय मे फिर से देश को परेशानिया का सामना न करना पड़े।
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