पटना: बिहार में शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए भले ही पुलिस दिन रात लगी हुई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि बिहार सरकार के अधिकारी ही शराबबंदी के पक्ष में नहीं है। सरकार के मंत्री और विधायक हमेशा शराबबंदी के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं लेकिन अब अधिकारियों का कारनामा भी कुछ ऐसा ही दिखाई दे रहा है। बिहार म्यूजियम के पीछे स्थित भवन निर्माण के केंद्रीय प्रमंडल के दफ्तर से शराब की 31 खाली बोतलें बरामद हुई है। बावजूद इसके एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजीत कुमार यह मानने को तैयार नहीं है कि दफ्तर में शराब पार्टी होती है और इसी वजह से आसपास 31 खाली बोतलें बरामद हुई है।
शराब की बोतलें मिलने के बाद एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजीत कुमार ने दफ्तर में पार्टी नहीं होने का तर्क तब दिया जब शराब के नशे में कर्मचारी बबलू महत्व को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जानकारी के अनुसार बुधवार रात मध निषेध एंटी लिकर टास्क फोर्स और कोतवाली पुलिस की टीम ने छापेमारी की थी। इस दौरान प्रधान लिपिक के कक्ष की अलमारी के पीछे से 3, समाचार शाखा से पांच और वहां की झारी से कुल 23 शराब की बोतलें बरामद की गई थी। एक साथ इतने बोतलों को देखकर पुलिस भी कुछ देर के लिए हैरान हो गई लेकिन एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजीत कुमार अलग ही तर्क दे रहे हैं।
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शराब की 31 बोतलें बरामद होने के बाद शुक्रवार को मामले की जांच के लिए भवन निर्माण विभाग की टीम केंद्रीय प्रमंडल के दफ्तर पहुंची, जहां कर्मचारियों से इस सिलसिले में पूछताछ की गई। छापेमारी करने वाले एंटी लिकर टास्क फोर्स और कोतवाली थाना के पुलिस भी जांच पड़ताल में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना के पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान कार्यपालक अभियंता से सभी कर्मियों का नाम पता और मोबाइल नंबर मांगा है। छापेमारी के दौरान बुधवार को पुलिसकर्मियों ने वहां से शराब के नशे में बबलू महतो को गिरफ्तार किया था। पुलिस अब बबलू महत्व के बारे में भी जानकारी एकत्रित कर रही है, जिससे कार्रवाई की जा सके।
सूत्रों की माने तो भवन निर्माण का दफ्तर शाम 5:00 बजे तक खुलता है। मध निषेध विभाग को वहां शराब की पार्टी होने की सूचना पहले से थी। बावजूद इसके विभाग ने छापेमारी में देरी की और रात 9:00 बजे भवन निर्माण दफ्तर में छापेमारी की। छापेमारी में दफ्तर के अंदर कोई नहीं मिला, जिसके बाद यह सवाल उठता है कि विभाग को जब शराब पार्टी होनी की सूचना पहले से थी टूटी ने रात में छापेमारी क्यों की। सूत्रों की मानें तो यदि मद्य निषेध विभाग की टीम शाम को छापेमारी करती तो भवन निर्माण दफ्तर में पार्टी कर रहे कर्मचारियों को आसानी से पकड़ा जा सकता था। हालांकि छापेमारी के दौरान 31 शराब की खाली बोतलें मिली और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अन्य कर्मचारियों से पूछताछ जारी है और मामले की जांच की जा रही है।
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