पटना: महिलाओं के जेल जाने पर आप क्या सोचते हैं? वहां उसे किस प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता होगा? क्या सुंदर महिलाओं को महिला रिमांड होम से निकालकर कहीं और भेजा जा सकता है। यह प्रश्न इसलिए उठ रहा है क्योंकि पटना के गायघाट इलाके के महिला रिमांड होम में रहने वाली एक लड़की ने सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाई है। लड़की का कहना है कि महिला रिमांड होम की लड़कियों को बाहर के लोगों के साथ भेजा जाता था और उन लड़कियों को सुपरिटेंडेंट ये कहकर भेजती थी कि जाओ तुम्हारी लाइफ बन जाएगी।
एक 2:30 मिनट के वीडियो में लड़की ने रिमांड होम के अंदर की खौफनाक और गंभीर मंजर का खुलासा किया है। वीडियो में लड़की बताती है कि किस तरह से रिमांड होम में रह रहे लड़कियों का शारीरिक और मानसिक शोषण किया जाता है। उसने आरोप लगाया कि लाइफ बनाने के नाम पर सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता लड़कियों को बाहर भेजती है। बाहर जाने वाली लड़की लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाती है और फिर पैसा कमाती है। जो लड़कियां सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता की बात नहीं मानती है उसे वे दवा खिलाकर पागल कर देती है या फिर उसे बार-बार टॉर्चर किया जाता है।
लड़की ने वीडियो में बताया कि 10 साल से लड़कियां वहां रहती है। इस वजह से लड़कियां मानसिक तौर पर परेशान हो जाती है। वो चाहती है कि उसे अपनी जिंदगी जीने दिया जाए। लड़की ने आरोप लगाया कि सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता कहती है कि यहां लड़की आती तो कानून की मर्जी से है लेकिन जाती है तो वंदना गुप्ता की मर्जी से। लड़की ने बताया कि रिमांड होम के अंदर एक लड़की थी, जिसका एक छोटा सा बच्चा था। एक दिन लड़की बीमार हो गई लेकिन उसे सुपरिटेंडेंट अस्पताल लेकर नहीं गई। वरना गुप्ता ने उस लड़की से ₹4000 की मांग की। लड़की पैसा देने में असमर्थ थी, तो उसने पैसा देने से मना कर दी। इसके कुछ दिन बाद वह बीमार लड़की मर गई।
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सुंदर लड़कियों को भेजा जाता है बाहर :
वीडियो में लड़की घबराई हुई बताई कि रिमांड होम में बहुत लोग आते हैं, जिन्हें लड़की पहचानती है। वहां रहने वाली सुंदर लड़की को सुपरिटेंडेंट अपने जाल में फंस आती है और फिर उन लड़कियों को वो अपना चहेती बना लेती है। जो लड़कियां मैडम के खिलाफ बोलती है या उनकी बात नहीं मानती है तो उसे मैडम यानी सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता देखना भी नहीं चाहती है और बार-बार उसे परेशान करती है। लड़की ने मैं अपना जीवन जीना चाहती थी। जिन लड़कियों के साथ गलत होता था मैं उनका साथ देना चाहती थी लेकिन इसमें कोई लड़की मेरे साथ नहीं आई। वहां करीब 200 लड़कियां इस तरह के कार्यों में संलिप्त है और जो मैडम के खिलाफ होती है उन्हें दवा खिलाकर पागल करार दे दिया जाता है।
लड़की के आरोप के बाद जांच शुरू :
वीडियो सामने आने के बाद राज्य में इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गई। इसके बाद पूरे प्रकरण पर सोमवार को पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि नागरिक संयोजक मंच की एक टीम रविवार को उनके पास आई थी। इस टीम के जरिए ही यह पूरा मामला सामने आया है। लड़की के बयान के बाद मामला महिला थाना में दर्ज किया गया है। अब इसके आधार पर पुलिस के द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि लड़की की शिकायत की जांच जारी है यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो एफ आईआरदर्ज की जाएगी और दोषियों की पहचान करके उनपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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