पटना: बिहार में शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए बिहार पुलिस मुस्तैद हो गई है। बिहार पुलिस के द्वारा अलग-अलग जगहों पर अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कानून का शिकंजा कसा जा रहा है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल के रहने वाले मुर्शीद और समर घोष को पुलिस ने पूर्णिया में गिरफ्तार किया। बिहार में शराब की तस्करी करने वाले माफियाओं में इन दोनों का नाम टॉप लिस्ट में है। हाल ही में बिहार पुलिस के हत्थे चढ़ा समर घोष लंबे दिनों से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था, जिसकी खोज में दरभंगा सुपौल कटिहार समस्तीपुर और पूर्णिया की पुलिस जुटी हुई थी। आखिरकार समर्पित को पूर्णिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
शराब माफिया समर घोष के बारे में जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार पहले वह सब्जी का व्यापार करता था लेकिन धीरे-धीरे उसका धंधा सुस्त हो गया और वह ज्यादा पैसा कमाने के खयाल से शराब तस्करी करने लगा। पूर्णिया पुलिस के पकड़ में आने के बाद समर घोष ने कई ऐसे खुलासे किए जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। समर घोष ने पुलिस को बताया कि वह दालकोला में रहकर शराब की खेप बिहार भेजता था और फिर शराब तस्करी को लेकर पुलिस की सख्ती बढ़ी तो उसने झारखंड के रास्ते शराब की खेप बिहार भेजने वाला। मिली जानकारी के अनुसार शराब माफिया समर घोष बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के रटहर दानीगाछी हाउस का रहने वाला है।
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समर घोष ने पुलिस को बताया कि डेढ़ साल पहले उसने बिहार में शराब तस्करी के काम को शुरू किया और रातो रात करोड़पति बन गया। हैरान करने वाली बात यह है कि समर ने कहा कि पूर्णिया सदर थाना कटिहार जिले का दरबा और पुठिया थाना के साथ सुपौल जिले तक उसका कारोबार फैला हुआ था। पुलिस के सामने उसने कान पकड़ते हुए कहा कि अब वह शराब तस्करी का धंधा नहीं करेगा। हालांकि पुलिस का कहना है कि समर घोष शराब तस्कर है और सिर्फ कान पकड़कर माफी मांग लेने से उसे छोड़ा नहीं जा सकता है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसे जेल भेजा जाएगा। बिहार पुलिस का दावा है कि समर घोष की गिरफ्तारी एक बड़ी चुनौती थी। इसने बिहार में विदेशी शराब के साथ साथ नकली शराब और स्प्रिट की सप्लाई करता था।
बिहार पुलिस ने कहा कि जब बिहार में शराब तस्कर पर सख्ती बढ़ाई गई तो समर घोष ने पुलिस को चकमा देने के लिए शराब सप्लाई का रूट बदल दिया था। शराब को झारखंड के रास्ते बिहार में भेजने लगा था। समर घोष के साथ बिहार और बंगाल के कोई शराब माफिया जुड़े हुए हैं जिन की खोज जारी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार समर घोष के खिलाफ बिहार के 5 जिलों में कुल आठ प्राथमिकी दर्ज है। फिलहाल पूछता जारी है और पुलिस का मानना है कि इस के पकड़े जाने के बाद अब बिहार में शराब तस्करी कर रहे कई माफियाओं को आसानी से पकड़ा जा सकता है। हालांकि यह देखना होगा कि बिहार पुलिस समर खुद से क्या जानकारी निकाल पाती है और आने वाले समय में शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए पुलिस क्या कुछ करती है।
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