पटना: उत्तर बिहार के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में से एक दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल इन दिनों अक्सर चर्चा में रह रहा है। हाल के दिनों में डीएमसीएच में कोरोना मरीजों के इलाज, कैंपस में फैली गंदगी और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इन सवालों पर सरकार और प्रशासन तमाम दावे भी करता रहा है।
लेकिन अव्यवस्थाएं खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा मामला यास तूफान की वजह से दरभंगा समेत बिहार के विभिन्न जिलों में हो रही बारिश का है। चक्रवाती तूफान के कारण हुई मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर डीएमसीएच की बदहाली को सामने लाकर रख दिया है।
तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण डीएमसीएस परिसर में जगह-जगह जलजमाव हो गया है। यहां तक कि वार्डों में भी पानी घुस गया है, जिसके कारण मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि डीएमसीएच परिसर में जहां घुटनेभर तक पानी जमा है, वहीं वार्डों में भी जलजमाव से मरीज परेशान हो रहे हैं। बीती रात से लगातार हो रही बारिश ने इस अस्पताल के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं वाले दावों की पोल खोलकर रख दी है।
दरभंगा में बारिश ने शहर की सूरत बदल कर रख दी है। शहर के सभी वार्डों में जलजमाव हो गया है। लोग घर से भी नहीं निकल पा रहे हैं। DMCH की इमरजेंसी हो या मेडिसिन या फिर शिशु विभाग, चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी है। सबसे ज्यादा परेशानी इमरजेंसी में है जहां दवा लाने के लिए भी लोगों को घुटने भर पानी से आना-जाना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेता पी। चिदंबरम ने डीएमसीएच की अव्यवस्थाओं को लेकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी की थी। इस पर बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू और इसके नेता बौखला गए थे। नीतीश सरकार में मंत्री संजय झा ने चिदंबरम के ट्वीट पर जवाब देते हुए उन्हें अपनी पार्टी की खस्ता हालत पर विचार करने का सुझाव दिया था। साथ ही डीएमसीएच में मरीजों के इलाज के लिए बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होने का दावा किया था।
इसके बाद अब यास चक्रवात की वजह से हुई बारिश ने इस अस्पताल की व्यवस्थाओं की कलई खोल दी है। हालांकि यास तूफान की वजह से सिर्फ दरभंगा ही नहीं, बल्कि बिहार के कई अन्य जिलों के अस्पतालों में भी जलजमाव की खबरें आई हैं। गया में मगध मेडिकल कॉलेज, नवादा और कुछ अन्य जिलों में भी इस तूफान के कारण हुई बारिश से अस्पतालों में जलजमाव हो गया है।