पटना: शराब माफियाओं के लिए आवश्यक सूचना, अपने कार की किश्त सही समय पर चुकाएं वरना आपका भेद खुल जायेगा। नहीं, हम शराब माफियाओं के पक्ष में नहीं बोल रहे। दरअसल, मामला ही ऐसा है जिसे सुनकर आपकी हंसी नहीं रुकेगी। बिहार में शराबबंदी का मजाक बनाने वाले एक शराब तस्कर का ही मजाक बन गया है। तस्कर के साथ ऐसा कुछ हो गया है की अगली बार से वो शराब बेचना भले ही भूल जाए, पर समय से किश्त भरना कभी नहीं भूलेगा। कार की किश्त न भरना कितना भारी पर सकता है ये बात उस शराब तस्कर से बेहतर कोई नहीं बता सकता।
मामला छपरा का है ,जहां एक कार की डिक्की से शराबियों ने शराब ऐसे लूटी, जैसे ये दुनिया की आखरी बोतल बची हो। हुआ यूं कि एक शराब तस्कर कार में शराब की बोतल भरकर शराब की डिलिवरी करने निकला था। रास्ते में उसे फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट ने रोकने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि तस्कर ने अपने कार की ईएमआई सही वक्त पर जमा नहीं किया था, जिस वजह से लोन देने वाली कंपनी ने कार को जब्त करने के लिए एजेंट को भेजा था। रिकवरी एजेंट को देखकर ड्राइवर ने समझा की वो पुलिस वाले हैं और उसे देखकर ड्राइवर गाड़ी और शराब दोनो को छोड़कर भाग निकला। जब एजेंट ने गाड़ी की डिक्की खोली तो उसे देख सब भौचक्के रह गए। गाड़ी की डिक्की में भारी मात्रा में शराब के कार्टून भरे पड़े थे।
अब सामने शराब की दावत परी हो तो शराबी कहां पीछे रहने वाले थे। आस-पास के लोगों ने शराब की बोतलें लूटनी शुरू कर दी। आनन-फानन में कई बोतलें जमीन पर गिरकर टूट भी गई। शराब मुफ्त में मिल रही थी तो लोगों ने जमकर लूटा। मामले की जानकारी जब पुलिस तक पहुंची तो वो भी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस को आता देख लोग भाग निकले। लेकिन, कुछ बोतलें बच गई जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया।
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दरअसल, पूरा मामला ये है की तस्कर ने एक कार फाइनेंस करवा के खरीदी थी। जिसका किश्त वो सही समय पर नहीं चुका रहा था। फाइनेंस कंपनी ने अपने रिकवरी एजेंट को कार की रिकवरी करने भेजा। बीच रास्ते रिकवरी वालों ने कार रुकवाने की कोशिश की जिसे देखकर ड्राइवर ने सोचा कि ये पुलिस वाले हैं और वो बीच रास्ते ही गाड़ी खड़ी करके भाग निकला। एजेंट को शक हुआ तो उसने गाड़ी की पड़ताल की। जैसे ही उन्होंने गाड़ी की डिक्की खोली वो उसे देख दंग रह गए। गाड़ी में कई सारे शराब से भरे कार्टून रखे हुए थे जिसे देखकर भीड़ जमा हो गई और वो शराब लूटने लग गए।
मामला बिगड़ता देख रिकवरी वालों ने पुलिस को फोन लगाया और पुलिस के पहुंचते ही लूटपाट करने वाले लोग वहां से भागने लग गए। घटना स्थल पर पहुंचकर पुलिस ने कार और शराब दोनो जब्त कर लिया और थाने लेकर चली गई। मिली जानकारी के मुताबिक, लोगों ने अपाची मोटरसाइकिल से एक कार का पीछा करते हुए रिकवरी एजेंट को देखा। जिससे उन्हें लगा की कि कार चालक कहीं दुर्घटना को अंजाम देकर भागने की कोशिश कर रहा है। लोगों ने बाइक वाले की मदद करने के प्रयास में कार का रास्ता रोकने की कोशिश की और कार को बीच सड़क पर ही रोक दिया गया।
अब पुलिस कार के असली मालिक के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। अब ऐसे में कर्रवाई क्या होगी, ये तो देखने वाली बात है। लेकिन, सवाल उठता है कि इतने हेलीकॉप्टर, ड्रोन और 2 लाख रुपए के कुत्ते से शराब की खोज हो रही है, बावजूद इसके बिहार में शराब की तस्करी लगातार कैसे जारी है? इस बार तो किश्त न मिल पाने की वजह से रिकवरी एजेंट की मदद से ये तस्करी रूक गई। लेकिन, ऐसा संयोग शायद ही दुबारा होगा।
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