पटना: बिहार में जहरीली शराब से लगातार हो रहे मौत पर एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मध निषेध मंत्री सफाई दे रहे हैं। तो वहीं, दूसरी ओर नीतीश कुमार के विधायक शराबबंदी और जहरीली शराब से हो रहे मौत पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। पिछले दिनों जदयू के विधायक और नीतीश कुमार के प्रिय श्याम बहादुर सिंह पियक्कड़ सम्मेलन बुलाने की बात करते नजर आए तो वहीं अब नवगछिया विधानसभा से जदयू के विधायक गोपाल मंडल सिंह का शर्मनाक बयान सामने आया है।
जनता दल यूनाइटेड के विधायक गोपाल मंडल ने जहरीली शराब से हो रहे मौतों पर कहा कि नीतीश कुमार तो मना कर रहे हैं कि लोग शराब ना पिए। बावजूद इसके लोग मानने को तैयार नहीं है और जहरीली शराब पी रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि लोग पीते ही हैं मरने के लिए। इतना तब तो विधायक जी का बयान उचित कहा जा सकता है। लेकिन इसके बाद गोपाल मंडल ने जो बयान दिया, वह बेहद ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि लोग मरेंगे तो जगह भी तो खाली होगी।
नवगछिया विधानसभा के विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि जहरीली शराब पीकर लोग मरते रहेंगे तो जनसंख्या कम होगी। अच्छा ही रहेगा कि लोग पिए और मारे। विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब बार-बार शराब पीने के लिए मना कर रहे हैं तो लोग क्यों पी रहे हैं? बिहार के लोगों को नीतीश कुमार की बात पर अमल करना चाहिए। उन्होंने अनेक मंचों से शराब का सेवन नहीं करने के लिए लोगों को कहा है। बावजूद इसके लोग शराब पीते हैं। ऐसे में जहरीली शराब पीकर लोग मरेंगे, तो जनसंख्या कम होगी।
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जानकारी के लिए बता दें कि शराब पर बयान देने वाले ये वहीं विधायक है, जो पिछले महीने राजेंद्र नगर पटना से दिल्ली जा रही तेजस राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में शराब पीकर अंडरवियर में घूमते नजर आए थे। अंडरवियर में विधायक जी का वीडियो वायरल हुआ था। इस दौरान उन पर मारपीट और यात्रियों से गाली गलौज करने का भी आरोप लगा था और एफआईआर भी दर्ज कराया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विधायक लगातार शराब और शराबबंदी पर बयान देते रहते हैं। ऐसे में एक बार फिर विधायक गोपाल मंडल का बयान से बिहार की राजनीति में शराब का मुद्दा गरम हो गया है।
विदित हो कि मकर सक्रांति यानी 15 जनवरी को नालंदा के छोटी पहाड़ी गांव में जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी बक्सर में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत का मामला सामने आया। इन सभी मौतों के बाद से लगातार राज्य में जहरीली शराब को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी की नीतियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में उनके विधायक के द्वारा दिया गया बयान से एक बार फिर राज्य में शराब का मुद्दा तूल पकड़ लिया है।
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