पटना: भारत से नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा के मद्देनजर कई नियम लगाए जाने की तैयारी हो रही है। नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फणीन्द्रमणी पोखरेल ने बताया कि यह नया नियम फिलहाल लागू नहीं किया गया है, लेकिन इसकी तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। नेपाल सरकार की तरफ से कहा गया है कि खुली सीमा का फायदा उठाते हुए थर्ड कंट्री के नागरिक आसानी से नेपाल में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे नेपाल की आंतरिक सुरक्षा का खतरा पैदा हो रहा है।
नेपाल के सीबीआई टीम ने काठमांडू के एक होटल में अफगानिस्तान के 11 नागरिकों को गिरफ्तारी किया है। इसके बाद नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय की एक बैठक हुई, जिसमें आंतरिक सुरक्षा का हवाला देते हुए नेपाल ने यह कदम उठाया है। बता दें कि 23 अक्टूबर को नेपाल के काठमांडू में नेपाल की सीबीआई टीम ने एक होटल में छापेमारी की जिसमें 11 की संख्या में अफगानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें 6 नागरिकों के पास से भारत का फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुआ था। इस खबर के बाद भारत और नेपाल की खुफिया एजेंसी में हड़कंप मचा हुआ है। बाद में पता चला कि इन अफगान नागरिकों ने भारत से ही आधार कार्ड बनवाया था।
नेपाल ने अपनी तरफ से कई निर्णय लागू करने के बाद नेपाल ने कूटनीतिक तरीके से भारत को भी इस प्रकार के नियम लागू करने का अनुरोध व्यक्त किया है। बता दें कि बेंगलुरु में हुई बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाया गया था और कहा गया था कि भारत और नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठाकर थर्ड कंट्री के नागरिक द्वारा अवैध घुसपैठ किया जाता है। बैठक में कहा गया था कि इस तरह की घुसपैठ हमारी सुरक्षा के लिए एक बड़ा सवाल है। तीसरे देश के नागरिक द्वारा सीमा पार की घटना पर रोक लगाने को लेकर संयुक्त रूप से कारगर कदम उठाने पर उस बैठक में बल मिला था।
विदित हो कि भारत और नेपाल अलग देश होने के बावजूद एक है। दोनों देशों की खान-पान, संस्कृति और व्यपारिक दृष्टिकोण की वजह से लोगों में अपनापन दिखता है। ऐसे में भारत औ नेपाल के बीच की सीमा रेखा कभी बंद नहीं हुई। अब ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कई तरह के नियम लागू करने पर बात चल रही है। इससे लोगों को खास दिक्कतों को सामना करना पड़ सकता है, फिलहाल भारत से नेपाल जाने वाले लोगों के लिए नेपाल सरकार ने बॉर्डर पर पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया है।