उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जद(यू) अपनी चुनावी अभियान अगले महिने से आरंभ करने की तैयारी कर रही है। जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अगली बैठक सितंबर महीने में बुलाई जा सकती है। यह बैठक लखनऊ में आयोजित किए जाने की तैयारी पर उच्च स्तरीय मंथन किया गया। जिसके बाद यह तय हुआ कि बैठक की तारीख का ऐलान अगले महीने त्योहार को ध्यान में रखते हुए की जाएगी। इसके साथ ही सितंबर में जद(यू) के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक मणिपुर में भी तय की जाएगी। वहाँ भी आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
बता दें कि जदयू राष्ट्रीय परिषद ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तरप्रदेश व मणिपुर के विधानसभा चुनाव में पार्टी विस्तार पर मुहर लगाई थी। जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केसी त्यागी ने इस संबंध में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी ने यह तय किया है कि जदयू उन राज्यों में अपनी गतिविधियां बढ़ाने पर जोर देगी, जहां निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस निर्णय को ध्यान में रखते हुए जद(यू) ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अगले महीने लखनऊ में किए जाने का निर्णय लिया है। इस बैठक के तुरंत बाद राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक मणिपुर में भी होने की संभावना है।
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बता दें की जदयू ने आने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए केसी त्यागी को चुनाव प्रभारी बनाया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू का यह विचार है कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा बनकर चुनाव मैदान में आए। साथ ही पार्टी ने यह भी तय किया है कि अगर राजग के साथ गठबंधन समीकरण ठीक नहीं बनता है तो पार्टी उत्तर प्रदेश चुनावी मैदान में अकेले उतरेगी। इस बार यह तय है कि जद(यू) विधानसभा में अपने प्रत्याशी उतारने के लिए पूरी तरह तैयार है। राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों का मानना है कि जद(यू) उत्तर प्रदेश चुनाव के माध्यम से देश की राजनीति में अपना पकड़ मजबूत करना चाहती है।
इस विषय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने आवास पर जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में बिहार के अलावा कई अन्य राज्यों से राष्ट्रीय परिषद के नेता मौजूद थे। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की। साथ ही पड़ोसी राज्य झारखंड से आए प्रतिनिधि भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस चर्चा में शामिल हुए।
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