पटना: बिहार सरकार के आर्शीवाद से आज के समय में आपको नलों में भले ही पानी ना मिले लेकिन अस्पतालों में पानी जमा जरुर मिलेगा। बिहार सरकार एक तरफ जहां कोरोना से लड़ाई के उपायों पर दिन-रात अमल के दावे कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ तस्वीरें कुछ और ही कह रही हैं।
आपको बता दें कि अव्यवस्था की ताजा तस्वीरें दरभंगा मेडिकल कालेज से सामने आई हैं जहां पुरानी बिल्डिंग की खस्ताहालत के चलते कोविड वार्ड शुरू नहीं किया जा सका।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से दरभंगा मेडिकल कालेज और हॉस्पिटल परिसर में पानी जमा हो गया है। इससे वहां प्रदूषण फैलने का अंदेशा भी है। परिसर में प्रशासन ने मरम्मत का काम शुरू किया है। इस बीच मेडिकल कालेज के नए भवन में 140 बेड का कोविड वार्ड शुरू किया गया है। यहां मरीजों का इलाज चल रहा है।
उधर दरभंगा के डीडीसी ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि निर्माण और तकनीकी कारणों से पुराने भवन में कोविड वार्ड शुरू नहीं किया जा सका। नए भवन में कोविड मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। दरभंगा मेडिकल कालेज को मिथिलांचल और कोसी की लाइफलाइन कहा जाता है।
यह इस इलाके का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है लेकिन इस समय परिसर में जगह-जगह जलजमाव, गंदगी का साम्राज्य और सूअर घूमते नज़र आ रहे हैं। यहां दरभंगा के अलावा आसपास के छह-सात जिलों के मरीज इलाज करवाने पहुंचते हैं। कोरोना संक्रमितों का भी इलाज चल रहा है कि लेकिन हालात देखकर लगता है कि यहां स्वस्थ आदमी भी आ जाए तो बीमार पड़ जाएगा।