पटना: पिछले कई वर्षों में जनता दल यूनाइटेड के अंदर लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। सबसे पहले नीतीश कुमार ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया। इसके बाद आरसीपी सिंह को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। फिर उपेंद्र कुशवाहा को जदयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। उमेश कुशवाहा को वशिष्ठ नारायण सिंह की जगह प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। ऐसे तमाम बदलावों के बाद एक बार फिर जदयू में संगठनात्मक स्तर पर बदलाव के संकेत दिए जा रहे हैं। इस क्रम में जदयू कार्यालय मे दो दिवसीय राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम 4 बजे कर्पूरी सभागार में आयोजित आज की बैठक में कुल 18 राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे। इसके बाद 29 अगस्त को राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। शाम 3 बजे कर्पूरी सभागार में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत लगभग 250 लोग शामिल होंगे। बता दें कि पिछले 31 जुलाई को दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जिन मसलों पर चर्चा हुई, उसका अनुमोदन राष्ट्रीय परिषद की बैठक में होना है। साथ ही जदयू संगठन से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा होगी और पार्टी विस्तार को लेकर चर्चा होगी।
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बता दें कि इससे पहले जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी संगठन में बदलाव के संकेत दिए हैं। बिहार यात्रा के दौरान मुजुफ्फरपुर पहुंचे कुशवाहा ने कहा कि अभी वे राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। अब तक करीब डेढ दर्जन जिलों की यात्रा कर चुके है। दौरे के क्रम में आम लोगों और कार्यकतार्ओं से मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य की यात्रा के बाद लोगों की सुझाव और शिकायत पर विचार करेगा और संगठन में भी कुछ बदलाव होगा।
कुशवाहा ने कहा कि बिहार में गुटबाजी व पुराने लोगों की उपेक्षा की बात सामने आ रही है। इसको लेकर कुशवाहा अपना प्रस्ताव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देंगे। संगठन स्तर पर जरूरत पड़ने पर व्यापक बदलाव होगा। अभी वह मुख्य रूप से संगठन व सरकार के काम को लेकर लोगों की अपेक्षा का आकलन कर रहे हैं अगर आवश्यक होगा तो इस पर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बात रखी जाएगी। पार्टी के वरीय नेता अगर जरूरत समझेंगे तो संगठन में भी बदलाव किया जा सकता है।
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