पटना: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा कि गाय का मांस खाना किसी का मौलिक अधिकार नहीं है। जीभ के स्वाद के लिए जीवन का अधिकार नहीं छीना जा सकता है। बूढ़ी बीमार गाय भी कृषि के लिए उपयोगी है, इसकी हत्या की इजाजत नहीं दी जा सकती है। साथ ही हाई कोर्ट ने ये भी सुझाव दिया है कि वैदिक, पौराणिक, सांस्कृतिक महत्व व सामाजिक उपयोगिता को देखते हुए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए। इस पर बिहार में सियासी बयानबाजी का बाजार गर्म हो गया है। भाजपा और जदयू नेताओं के साथ ही कांग्रेस नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के टिप्पणी का स्वागत किया है। जब पत्रकारों ने उनसे इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी का स्वागत किया जाना चाहिए। हालांकि वे इससे ज़्यादा कुछ बोलने से बचते दिखे। वहीं, इलाहाबाद हाई कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद बिहार के भाजपा के प्रवक्ता संजय टाइगर ने भी इसका स्वागत किया है और कहा कि हाईकोर्ट की टिप्पणी का सम्मान किया जाना चाहिए। ये लोगों के आस्था से जुड़ा मामला है, इसलिए सामाजिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए ये जरूरी है।
यह भी पढ़े: भाजपा नेता का बड़ा बयान, बोले- नीतीश कुमार का जगह लेना चाहते हैं उपेंद्र कुशवाहा!
दूसरी ओर इलाहाबाद हाई कोर्ट के गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के सुझाव पर जदयू नेता ग़ुलाम रसूल बलियावी ने इशारों-इशारों में कुछ सवाल खड़े कर दिए हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम रसूल ने कहा कि ये देश का कानून नहीं है, न्यायालय की ये अपनी राय हो सकती है। कोई भी कानून बनाना केंद्र सरकार का काम है। केंद्र सरकार को इसके बारे में विचार करना चाहिए। अभी तक तो लिस्ट फाइनल नहीं हुई है कि राष्ट्रीय पशु कौन है?
जदयू नेता ने कहा कि इससे भी महत्वपूर्ण सवाल है कि भारत विश्व के उन गिने-चुने देशों में आता है, जहां से सबसे ज़्यादा बीफ का निर्यात होता है। जो लोग इस व्यवसाय में शामिल हैं, उनका नाम भी न्यायालय को सार्वजनिक करना चाहिए और उन पर संज्ञान लेना चाहिए। ग़ुलाम रसूल ने कहा कि मौलिक अधिकार के बारे में संविधान में पहले से ही उल्लेख है, जो व्यक्ति के स्वतंत्रता को दर्शाता है।
यह भी पढ़े: पशुपति पारस का बयान, नीतीश कुमार को नरेंद्र मोदी से लड़ाने की हो रही है साजिश!