पटना: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। इसको लेकर अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने वसीम रिजवी के मुस्लिम धर्म से हिंदू धर्म में आने पर कहा कि वसीम रिजवी ने हिंदू धर्म में शामिल होने का फैसला लिया है उसका हम स्वागत करते हैं।
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वसीम रिजवी को अब उनके पुराने नाम से नहीं बुलाया जाना चाहिए। अब उनका नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हो गया है और हम सबको इस नाम से संबोधित करना चाहिए। हरिषण ठाकुर ने कहा कि जितेंद्र नारायण सिंह जी ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है बल्कि उनकी घर वापसी हुई है। अब वे सनातन धर्म में शामिल हो गए हैं और आगे इसकी रक्षा करने का काम करेंगे। भाजपा विधायक यहीं नहीं रुकें। उन्होंने आगे कहा कि भारत में 99% मुस्लिम आबादी का मूल धर्म हिंदू ही है। अगर उन्हें इस बात पर यकीन नहीं है या कोई शक है तो वो अपना डीएनए टेस्ट करवा सकते हैं।
यह भी पढ़े: ‘ओमिक्रॉन’ को लेकर डॉक्टरों की छुट्टी रद्द, जानें 24 घंटे में कितने मामले आए सामने!
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि भारत के मुसलमान मूल रूप से हिंदू ही हैं। यदि वे डीएनए टेस्ट करा लेंगे तो उन्हें सच्चाई पता चल जाएगी। उन्होंने कहा कि देर सवेर सभी मुसलमानों को सनातन धर्म के साथ आना ही होगा। भारत के मुसलमान देर से ही सही लेकिन समझेंगे जरूर कि उनका मूल धर्म सनातन ही है। भाई जितेंद्र नारायण सिंह ने इसकी शुरुआत की है और मुझे उम्मीद है कि आगे और भी मुसलमान इनके द्वारा उठाए गए कदम पर चलकर सनातन धर्म अपनाएंगे।
वहीं भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर के बयान पर जदयू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जदयू एमएलसी गुलाम गौस ने कहा कि कुछ लोगों को बोलने की आदत होती है और वे बोलते रहते हैं। भारत में हर किसी को अपने अनुसार से धर्म परिवर्तन करने की अनुमति है। जदयू एमएलसी ने वसीम रिजवी के इस्लाम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने पर कहा कि हर धर्म में कुछ ऐसे लोग होते हैं जो अपने निजी स्वार्थ के लिए धर्म परिवर्तन करते हैं। हालांकि सभी को अपने अनुसार से धर्म परिवर्तन का अधिकार है। हरिभूषण ठाकुर को कुछ भी बयान देने से पहले सोचना चाहिए।
यह भी पढ़े: जातीय जनगणना के मुद्दे पर बड़ा ऐलान, नीतीश बोले- सर्वदलीय बैठक में होगा फैसला!