पटना: एक वक्त जब रामविलास पासवान जिंदा थे तो उनकी तूती बोलती थी, ऐसा लगता था मानो रामविलास पासवान ने अपनी पार्टी के लिए कितना शानदार काम किया है और लोक जनशक्ति पार्टी बिहार में हमेशा के लिए स्थापित हो गई है लेकिन वो कहते हैं ना, अगर आपका वारिश सही तरीके से सब कुछ संभाल नहीं पाए तो कुछ भी हो सकता है और ऐसा ही कुछ लोक जनशक्ति पार्टी के साथ भी हुआ है। खबर के मुताबिक लोक जनशक्ति पार्टी के टूटने के आसार हैं। सूत्रों के हवाले से ये खबर आई है कि लोक जनशक्ति पार्टी के 5 सांसदों ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है।
ये भी पढ़े: लालू प्रसाद यादव के चुनिंदे बयान जो आज भी याद करते हैं लोग।
जो चिराग पासवान पिछले चुनाव में नीतीश कुमार को गाली देते थक नहीं रहे थे, बीजेपी की बी टीम की तरह काम करने वाले चिराग आज शायद उन्हीं दोनों पार्टियों के शिकार हो गए। लोक जनशक्ति पार्टी के पांच सांसद जदयू में शामिल हो चुके हैं और खबर के मुताबिक पत्र लिखकर लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला को दे भी दिया गया है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये सब उस वक्त हो रहा है जब केंद्र में मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है और ऐसे मौके पर लोक जनशक्ति पार्टी के पशुपति पारस, प्रिंस, महबूब अली कैसर, वीना देवी, और चंदन सिंह का जदयू में शामिल हो जाना यही दर्शा रहा है कि ये सब पहले से ही तय था।
जदयू के पहले से ही 16 सांसद हैं और अब 5 सांसदों के जुड़ जाने से ये आंकड़ा 21 तक पहुंच जाता है और अब जब केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार होगा, नए मंत्री बनाए जाएंगे तो हो ना हो जदयू अपना दावा ठोकेगी। इसके अलावा चिराग पासवान पर जो बीत रहा होगा वो खुद ही जानते होंगे और सबसे बड़ी बात ये कि जिस चिराग ने भाजपा के साथ हमेशा दिया आज उसे चिराग को भाजपा और जदयू ने मिलकर ठेंगा दिखा दिया।
ये भी पढ़े: मांझी जी के हाथ में है बिहार की सरकार, गिराएंगे या बचाएंगे?