पटना: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं। पंजाब को छोड़ दे तो अन्य चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की प्रदर्शन काफी अच्छी रही है। लेकिन मणिपुर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड की प्रदर्शन को भी दरकिनार नहीं किया जा सकता है। जनता दल यूनाइटेड ने मणिपुर में 6 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, बीजेपी को 32 सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में बिहार में भाजपा के समर्थन से सरकार चला रहे नीतीश कुमार पार्टी जदयू ने मणिपुर में भी भाजपा को समर्थन देने का फैसला लिया है।
जनता दल यूनाइटेड की ओर से शनिवार को जानकारी दी गई कि मणिपुर में वो भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देगी। हालांकि भाजपा को सरकार बनाने के लिए इसकी जरूरत नहीं थी। भारतीय जनता पार्टी को मणिपुर में 32 सीटों पर जीत दर्ज हुई है, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है। विशेषज्ञों की मानें तो अरुणाचल प्रदेश में जदयू के साथ विधायक में से 6 विधायकों को भाजपा ने तोड़कर अपने पाले में शामिल कर लिया था, ऐसे में मणिपुर में जदयू पहले ही अलर्ट हो गई। जदयू नहीं चाहती है कि अरुणाचल प्रदेश की तरह ही मणिपुर में भी भाजपा उनके विधायकों के साथ कुछ ऐसा ही करें।
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वहीं, बिहार से बाहर के प्रदेश मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड की बेहतरीन प्रदर्शन के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बधाई दी है। ललन सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि “मणिपुर विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के सभी विजई उम्मीदवारों और मित्रों को हार्दिक बधाई। जदयू मणिपुर की जनता का आभारी है। पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक जनता के प्रति समर्पित होकर मणिपुर के विकास के लिए काम करेंगे और इसके लिए आवाज उठाएंगे।”
बिहार से बाहर भी जदयू की बढ़ रही लोकप्रियता:
जनता दल यूनाइटेड के बिहार से बाहर भी लोकप्रियता काफी बढ़ रही है। अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में पार्टी ने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। मणिपुर विधानसभा चुनाव परिणाम के आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बाद जदयू तीसरा सबसे बड़ा दल बनकर सामने आया है। इस बार विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड को कुल 10.77% वोट मिला है। विशेषज्ञों की मानें तो जिस प्रकार से जदयू की लोकप्रियता बढ़ रही है जल्द ही पार्टी चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक राष्ट्रीय पार्टी की दर्जा प्राप्त कर सकती है।
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