रिपोर्ट: वरुण झा
पटना : जब से यह खबर आई है कि मीठापुर बस स्टैंड 15 जुलाई से बंद होने वाला है तो बस से सफर करने वाले यात्रियों के मन में कई तरह के सवाल पैदा होने लगे हैं। पहला सवाल यह कि नया वाला बस स्टैंड कैसा है, और दूसरा ये की रेलवे स्टेशन से कितनी दूरी पर है?
इस दोनों सवालों का जवाब हम आपको आगे बताएंगे, लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि जब हमने मीठापुर बस स्टैंड पहुंचकर वहां के दुकानदारों, यात्रियों और बस स्टैंड के कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने क्या कुछ कहा है?
मीठापुर बस स्टैंड पर मौजूद एक यात्री ने कहा कि “हमें पता नहीं है कि 15 जुलाई से यह स्टैंड बंद हो जाएगा, अगर ऐसा है तो हमारी परेशानी बढ़ जाएगी, सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए थाI”
वहीं, मौजूद दूसरे यात्री ने कहा कि “अच्छा हुआ कि सरकार ने ऐसा फैसला लिया है, हम इस फैसले का स्वागत करते हैं क्योंकि बरसात में मीठापुर बस स्टैंड का हाल बेहाल हो जाता है, यहां कीचड़ जम जाता है और ना ही यहां कुछ सुविधा है।”
आगे, मीठापुर बस स्टैंड पर 18 साल से दुकान चला रहे एक दुकानदार ने कहा कि सरकार गरीबों को मार रही है, अगर यह बस स्टैंड यहां से चली जाती है तो हम दुकान को बंद कर देंगे। सरकार पर गुस्सा निकालते हुए इस दुकानदार ने कहा कि रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैंड की आपस में दूरी 2 से 3 किलोमीटर की होनी चाहिए लेकिन नया वाला बस स्टैंड यहां से 10 किलोमीटर की दूरी पर है, इससे आम पब्लिक को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं, मौजूद दूसरे दुकानदार ने कहा कि हम 10 साल से दुकान चला रहे हैं, अब दुकान चलाने के अलावा मुझसे कोई और काम नहीं होगा इसलिए जहां यह बस स्टैंड जाएगी हम भी वहां चले जाएंगे ।
वहीं जब हम दुकानदारों से बातचीत कर रहे थे तो उसी बीच एक लगभग 18 से 20 साल का नौजवान पानी बेचते हुए हमें मिला। पानी बेच रहे इस नौजवान से जब हमने बातचीत की तो आश्चर्यचकित रह गए क्योंकि यह नौजवान अभी 12वीं क्लास में पढ़ रहा है और अपना गुजारा करने के लिए दिन में पानी का बोतल बेच रहा था। हमारे बातचीत के दौरान नौजवान का दर्द साफ़ झलक रहा था उसने बड़ी सहज लफ़्ज़ों में कहा कि “भैया इस बस स्टैंड को बंद नहीं करना चाहिए, यहां से लाखों लोग कमा खा रहे हैं, और अगर यह बंद हो गया तो कितनों का दाना पानी बंद हो जाएगा । सरकार को सोचना चाहिए और इसी बस स्टैंड की व्यवस्था को सुधारना चाहिए।”
सबसे अंत में, 25 साल से वहां मौजूद बस स्टैंड के कर्मचारी से हमने बात की। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फ़ैसले से हम सहमत नहीं हैं, इससे आम पब्लिक को काफी नुकसान होगा और ऑटो का किराया भी उनको ज्यादा देना पड़ेगा। कम से कम बरसात के समय तक इस बस स्टैंड को यही रहना चाहिए था और आगे हम सरकार से इस बारे में बात करेंगे ।
तो चलिए अब लौटते हैं सवालों की तरफ जिसका जवाब जानने के लिए आप बेहद इच्छुक हैं।
पहले जान लेते हैं की पाटलिपुत्र बस स्टैंड की खासियत क्या है?
इस बस स्टैंड को 25 एकड़ में बनाया गया है और यहां से करीब 3 हजार बसों को चलाने का लक्ष्य है इसके साथ-साथ यहां से एक लाख पैसेंजर रोजाना सफ़र कर सकते हैं इस बस टर्मिनल में 2 किलोमीटर लंबा सड़क बनाया गया है जिसके ज़रिए सफ़र और भी आसान होगा वही यह एक बस स्टैंड होने के साथ-साथ इसके अंदर होटल, मॉल, सिनेमा हॉल, एयर कंडीशन शॉपिंग कंपलेक्स आदि की व्यवस्था होगी ।
अब आते हैं दूसरे सवालों की तरफ:- आपको बता दें कि पाटलिपुत्र बस टर्मिनल की दूरी पटना रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर की होगी जबकि मीठापुर बस स्टैंड से 8 किलोमीटर की दूरी होगी। हालांकि इससे आम पब्लिक की परेशानियां तो बढ़ सकती है, लेकिन हम तो यही कहेंगे की बढ़िया सुविधा के लिए थोड़ी सी कीमत तो हम भी चुका ही सकते हैं।
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