पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू हो चुका है। कल्याणी बुधवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा जबकि गुरुवार की सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन होगा। छठ के मौके पर इस साल लोगों में काफी उत्साह है। करुणा संक्रमण के बाद यह पहली दफा है जब लोग खुले मन से भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना करेंगे। छठ के मौके पर मौसम विभाग ने जानकारी साझा करते हुए बताया है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा ठंड रहेगी। हालंकि भगवान सूर्य का दर्शन जल्द होगा।
जानकारी के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस वर्ष भगवान सूर्य के दर्शन 10 मिनट पहले होगा। बता दें कि पिछले साल छठ के पहले दिन सूर्यास्त 4:59 में हुआ था वही महापर्व के दूसरे दिन सूर्योदय 6:11 में हुआ था। इस वर्ष भगवान सूर्य छठ के पहले दिन 5:02 में सूर्यास्त होंगे तो वही लोक आस्था के महापर्व छठ के दूसरे दिन 6:00 बजे सूर्योदय होगा।
मौसम विभाग के अनुसार लोक आस्था के महापर्व छठ के पहले दिन यानी 10 नवंबर को सूर्यास्त के समय अधिकतम तापमान 26 से 29 डिग्री रहेगी, वही छठ के दूसरे दिन यानी 11 नवंबर को सूर्योदय के समय अधिकतम तापमान तीरथ से 16 डिग्री होगा। आयोग ने आशंका जताई है कि सुबह 11 नवंबर को कोहरा होने की वजह सूरज देवता के दर्शन में देरी हो सकती है।
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पटना मौसम विभाग के मुताबिक 48 घंटे के बाद हवा के ने परिवर्तन होगा। पश्चिम और उत्तर पश्चिम की तरफ से बहने वाली हवा का रुख पूर्व की तरफ हो सकता है। अनुमान है कि हवा का रुख बदलने के कारण आसमान में बादल छाए रहेंगे। छठ महापर्व के पहले दिन यानी 10 नवंबर को मौसम थोड़ा शुष्क बना रहेगा। इस दौरान पश्चिम और उत्तर पश्चिम की तरफ से हवाएं चलेगी।
आज खरना करेगी व्रती :
लोक आस्था का महापर्व छठ कल यानि सोमवार से नहाया खाय के सात शुरू हो गया है। आज यानी मंगलवार को खरना है। खरना के दिन व्रती रोटी और खीर के साथ छठ मैया को भूख लगाती है। जिसके बाद व्रती वही रोटी और खीर प्रसाद के रूप में ग्रहण करती है और यह उनका अंतिम अन्य ग्रहण होता है। खरनाके बाद व्रती भगवान सूर्य के उपासना में लीन हो जाती है और 2 दिनों तक निर्जला करती है।
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