पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। रविवार को कोरोना के आए 352 नए केस दर्ज हुए हैं। इसमें नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल (एनएमसीएच) के 75 सीनियर और जूनियर डाक्टरों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट आई है। डॉक्टरों की पॉजिटिव रिपोर्ट से सरकार की चिंता बढ़ गई है। बीते दो दिनों में 100 से अधिक डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। अधिकतर संक्रमित डॉक्टर पटना में 27 दिसंबर को आयोजित IMA के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए थे। IMA के राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की उपस्थिति के बावजूद कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया।
माना जा रहा है कि इस कारण ही बिहार में और खासकर कोरोना का स्प्रेड तेजी से हुआ है। राज्य में डॉक्टर और हेल्थ वर्करों के संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 250 से अधिक हो चुका है। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में देश के कई राज्यों के 5,000 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए थे। अब डॉक्टरों से ओपीडी और इमरजेंसी में इलाज के दौरान संपर्क में आए मरीजों से कोरोना स्प्रेड का बड़ा खतरा है। कोरोना विस्फोट के बाद अधीक्षक डा. विनोद कुमार सिंह ने नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल में बिना मास्क किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। सुरक्षा कर्मियों को इस आदेश का पालन सख्ती से कराने का आदेश दिया गया है।
यह भी पढ़े : चुनाव आयोग ने बताया, UP में सभी पार्टियां चाहती हैं तय समय पर हों चुनाव
सोशल डिस्टेंस भूल गए थे जिम्मेदार :
बताया जा रहा है कि IMA के कार्यक्रम में 5,000 से भी अधिक डॉक्टर एक साथ जुटे थे। इस कार्यक्रम में देश के कई राज्यों की डॉक्टरों की टीम शामिल हुई थी। देश के जिम्मेदार डॉक्टरों के इस कार्यक्रम में भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं हो पाया था। बापू सभागार में आयोजित IMA के कार्यक्रम में तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में भी गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया। इतना ही नहीं डॉक्टरों के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम और भोज के साथ-साथ रंगारंग कार्यक्रम में भीड़ दिखी थी। वहीं, एसके मेमोरियल से लेकर बापू सभागार में डॉक्टरों की भीड़ कोरोना गाइडलाइन का उलंघन करते दिखाई दिए।
बिहार में एक्टिव केस 1000 से पार :
पटना में कोरोना विस्फोट के बाद अब जिस भी जिले के डॉक्टर IMA के कार्यक्रम में शामिल हुए थे, उनकी कोरोना जांच की जा रही है। इनमें भी अधिकतर लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। अब डॉक्टरों की स्क्रीनिंग का काम तेजी से किया जा रहा है। पटना में रविवार को 142 नए मामले आए हैं, जबकि गया में 110 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब राज्य में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 1,074 हो गया है। हालांकि अच्छी बात यह है कि बिहार में रिकवरी रेट98.19% है। अब तक बिहार में कुल 7,27,529 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं, जिसमें 7,14,358 लोगों ने कोरोना को मात दी। वहीं, 12,096 लोगों की कोरोना से मौत हो गई।
यह भी पढ़े : WHO की चेतावनी; डेल्टा और ओमिक्रॉन की सुनामी आएगी, तबाही के कगार पर हेल्थ सिस्टम