पटना: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के आशंकाओं के बीच बच्चों की वैक्सीन पर भी तेजी से काम जारी है। भारत बायोटेक ने बच्चों पर वैक्सीनेशन का ट्रायल जून में ही शुरू कर दिया था और अब पता चला है कि जल्द ही ट्रायल में शामिल बच्चों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाने की तैयारी हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली एम्स में ट्रायल के दौरान 6 से 12 वर्ष के बच्चों को टीका लगाई गई थी। बच्चों को अब दूसरी डोज देने की तैयारी हो रही है। वही अगले हफ्ते तक 2 से 6 साल के बच्चों को दूसरी डोज दे दी जाएगी। इस महीने के आखिरी हफ्ते तक ट्रायल की रिपोर्ट आने की संभावना है। इसमें मोटे तौर पर पता चल जाएगा कि वैक्सिंग बच्चों पर कितना असरदार है।
तीसरी लहर की चेतावनी के बीच 12 जुलाई को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी बच्चों पर वैक्सिंग ट्रायल की सिफारिश की थी। इस सिफारिश पर स्वास्थ्य विभाग ने पहले ग्रुप में 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों पर ट्रायल की अनुमति दी थी। 18 से 12 साल की उम्र के कुल 175 बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई। बच्चों को 28-28 दिन के गेप पर वैक्सीन के दो डोज दी जानी थी। इसके बाद नतीजों के आधार पर बच्चों पर इसका इस्तेमाल की मंजूरी दी जाएगी। एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सितंबर तक बच्चों की वैक्सीन आने की संभावना है। बच्चों के वैक्सीनेशन पर न सिर्फ भारत बायोटेक बल्कि जायडास कैडिला की भी ट्रायल जारी है।
तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच एक रिसर्च सामने आया है बताया गया है कि अगस्त के अंत तक देश में रोजाना लगभग एक लाख कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ सकते हैं। अभी भारत में रोजाना लगभग 40000 नए केस आ रहे हैं और लगभग 500 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है। हालांकि आईसीएमआर की स्टडी में यह भी सामने आया है कि दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर कमजोर होगी। बता दें कि दूसरी लहर के दौरान देश में प्रतिदिन कोरोना के चार लाख से अधिक मामले सामने आए थे। देश में अब तक करीब 40 करोड़ लोगों को टीके की काम से कम एक डोज लग चुकी है। तीसरी लाहर के संक्रमण की आशंकाओं को देखते हुए केंद्र सरकार अभी से ही तैयारियों में जुट गई है।