पटना: कोरोना महामारी की चौथी लहर की आशंका के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नए वेरिएंट को लेकर चिंता जाहीर किया है। उनका कहना है कि राजधानी दिल्ली सहित दूसरे शहरों में कोरोना के मामलों में फिर से आ रही तेजी के पीछे ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट हो सकते हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस का खौफ फिर से बढ़ गया है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने मास्क नहीं पहनने वालों पर कार्रवाई की बात कही है।
पिछले 24 घंटे के दौरान दिल्ली में 20 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना के 1,009 नए केस दर्ज किए गए, जो 10 फरवरी के बाद से सबसे ज्यादा हैं। इसके साथ ही दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या करीब 3000 हो गई है, जबकि 1 मरीज की मौत भी हुई है. इस बार खतरा बच्चों पर ज्यादा है। राजधानी का पॉजिटिविटी रेट भी 5.71% पहुंच गया है। इस बीच, दिल्ली स्थित ILBS अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. एसके सरीन ने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर बड़ी बात कही है।
4 महीने के बच्चे की हालत नाजुक:
दिल्ली के LNJP अस्पताल में कोरोना के 7 मरीज भर्ती हैं, इनमें से दो बच्चे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, LNJP अस्पताल में जो दो बच्चे भर्ती है, उनमें एक बच्चा महज 4 महीने का ही है। बच्चा की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है और डॉक्टरों ने उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा है। वहीं बच्चों में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर अस्पताल के डॉक्टर सुरेश का कहना है कि कोरोना संक्रमण उन बच्चों को हो रहा है जिन्हें पहले से कुछ बीमारियां हैं।
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दिल्ली में बूस्टर डोज फ्री:
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच सरकार ने गुरुवार को बूस्टर डोज के लिए बड़ा ऐलान किया। दिल्ली सरकार ने साफ किया कि 18 से 59 साल के लोगों को सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त प्रिकॉशन डोज लगाए जाएंगे। हालांकि, इसमें वही लोग शामिल होंगे, जिनको वैक्सीन की दूसरी डोज लगे 9 महीने यानी 39 हफ़्ते या फिर 273 दिन से ज्यादा हो गए हैं।
लापरवाही पड़ सकती है भारी:
दिल्ली स्थित ILBS अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. एसके सरीन ने मामले की गंभीरता को लेकर कहा कि दिल्ली में ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। लापरवाही वायरस के खतरे को और बढ़ा देती है। डॉक्टर सरीन ने कहा कि लोगों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए और मास्क के इस्तेमाल की आदत फिर से डालनी चाहिए।
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