तो क्या भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री में अक्षरा सिंह के लिए तमाम अभिनेत्रियां और इंडस्ट्री के अंदर से उनकी दोस्त साथ दे रही हैं? यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है क्योंकि अक्सर ऐसा होता है और खासकर फिल्मी दुनिया में कि जब इंडस्ट्री के दो सितारों के बीच विवाद होता है तो बाकी सारे सितारे चुप्पी साध लेते है और खासकर अगर किसी महिला अभिनेत्री पर बात आए तो खुद उस अभिनेत्री की अन्य साथियां भी बोलने से कतराती हैं। हम सिर्फ महिला अभिनेत्री या फिर कलाकार के बारे में इसलिए बात कर रहे है क्योंकि मुझे नहीं लगता कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का कोई भी ऐसा बड़ा चेहरा होगा जो पुरूष वर्ग से आता हो और इस मामले पर खुलकर बोले लेकिन इस बार अक्षरा सिंह के विवाद में भोजपुरी की कई बड़ी अभिनेत्रियां खुलकर अक्षरा सिंह के समर्थन में खड़ी हो गई है जो अपने आप में बहुत बड़ी बात है। हमारे ख्याल से होना भी चाहिए क्योंकि अगर इस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल किस महिला अभिनेत्री के लिए किया जाए और अगर उस समय अन्य महिला कलाकार इसका विरोध नहीं करेंगे तो हो सकता है कि भविष्य में यह चीजें और ज्यादा बढ़ती जाए।
इसके अलावा भोजपुरी के अंदर हमनें एक चीज महसूस किया है कि यहां फ्रीडम ऑफ स्पीच कुछ बहुत ही ज़्यादा है। जिसके मन में जब जो आता है वो वही गा देता है। चाहे वो विराट कोहली और अनुष्का का मामला हो या फिर पुजवा से लेकर मुस्कानवा तक की बात। एक और चीज हम लगातार देख रहे हैं कि भोजपुरी में कोई भी मामला होता है तो उसे किसी बड़े सितारे के साथ जोड़ा जाता है और इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ लेकिन मुझे नहीं लगता कि नीलकमल सिंह ने जिस गाने को गाया है उसे गाने के लिए पवन सिंह ने उन्हें कहा होगा। हम लगातार देख रहे हैं कि हर जगह कहा जा रहा है कि पवन सिंह को खुश करने के लिए नीलकमल सिंह ने अक्षरा सिंह के बारे में ऐसा गाया। मेरे ख्याल से यह कहना ही गलत होगा क्योंकि ऑडियो सुनकर साफ पता चल रहा है कि नीलकमल सिंह या तो अपने दोस्तों के साथ हंसी मजाक में गा रहे हैं या फिर कई लोग मान रहे है कि किसी छोटे सिंगर के लिए उस गाने को प्रीपेयर किया जा रहा था।
अब बात कर लेते हैं कि इंडस्ट्री के अंदर से अक्षरा सिंह के लिए कितनी आवाज उठी है और कौन क्या बोल रहा है? भोजपुरी फिल्मों की सुपरस्टार एक्ट्रेस रानी चटर्जी ने अक्षरा सिंह के समर्थन में लिखा है कि ‘ शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों को जो खुद को गायक कहते हैं। यह बार-बार हो रहा है। यह बात सिर्फ अक्षरा कि नहीं यह बात पूरे भोजपुरी सिनेमा की है। यहां हम सब भोजपुरी सिनेमा के लिए जी जान लगाये है और ये कुछ ऐसे कलाकार सिर्फ कुछ लाइक के लिए किसी लड़की का मजाक बना रहे हैं। इतनी हिम्मत इन सब की इसीलिए होती है क्योंकि कोई कुछ नहीं बोलता पर अब और कितना सहेगा। ऐसे लोगों के वीडियो को रिपोर्ट कीजिए। बढ़ावा मत दीजिये। भोजपुरी सिनेमा से जुड़े लोगों से आग्रह करती हूं ऐसी चीजों को देखकर तुरंत एक्शन लीजिए। अब बहुत हुआ ये बकवास। #shameOnYou’
रानी चटर्जी ने अपील किया है कि ऐसे लोगों के वीडियो को रिपोर्ट कीजिए और इन्हें किसी प्रकार से बढ़ावा मत दीजिए। इसी पोस्ट के कमेंट बॉक्स में आकर अंजना सिंह ने लिखा है कि ‘सही कहा आपने रानी चटर्जी जी’। मतलब की अंजना सिंह भी रानी चटर्जी के बातों से इत्तेफाक रखती हैं और वो भी अक्षरा सिंह के साथ इस लड़ाई में खड़ी हैं। इसके बाद आम्रपाली दुबे ने भी अपना समर्थन अक्षरा सिंह को दिखाया है। इसके अलावा आम्रपाली दुबे ने अक्षरा सिंह और नीलकमल सिंह मामले को लेकर लिखा है कि ‘अगर किसी औरत के लिए कुछ अच्छा नहीं बोल सकते, उसके परिश्रम के बल पर कमाई उसकी शोहरत को पचा नहीं सकते, तो जल-जल के अकेले में मरो, कम से कम बेइज्जत तो मत करो। ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए और नर्क में भी जगह नहीं मिलनी चाहिए।’
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जब अक्षरा सिंह का मामला सामने आया तो भोजपुरी गानों की सिंगर अंतरा सिंह प्रियंका का भी दर्द सामने आ गया। अंतरा सिंह प्रियंका ने फेसबुक पर लिखा है कि ‘पहले तूफानी लाल से मेरे ऊपर गन्दा गाना गवाया अब अक्षरा सिंह जी पे गन्दा गाना गया। और ये लोग बोलते हैं कि भोजपुरी मेरी मां है। तो मां बहनों की इजत करना सीखो।।’ अच्छी बात है कि अंतरा सिंह प्रियंका जी ने यह सब लिखा है बाकी वो अलग बात है कि अंतरा जी ने खुद ऐसा-ऐसा गाना गाया है जो गाली के समान है और कुछ गानों में तो गाली ही गाया है। बाकी यह अच्छी बात है कि अक्षरा सिंह के साथ भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री की बड़ी अभिनेत्रियां खड़ी हैं। हमें लगता भी है कि भोजपुरी में जो ट्रेंड चल रहा है कि किसी भी एक्ट्रेस के खिलाफ या फिर किसी भी कलाकार के खिलाफ अपशब्द गाकर प्रसिद्धि हासिल करने का वो सबसे गलत है और उसे रोकने के लिए सारी महिला कलाकारों को साथ आना भी चाहिए।