पटना: सदी के महान नायकों में से एक और ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार आज हमारे बीच नहीं रहे।98 बरस की आयु में उनकी मौत हो गई। दिलीप कुमार ने 50 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है।जिसमें से कुछ फिल्में हैं मुग़ल-ए-आज़म,सौदागर,देवदास, कर्मा,नया दौर,क्रांति,अंदाज़, शक्ति,अमर इत्यादि’
‘हक़ हमेशा सर झुकाते नहीं… सर उठा के मांगा जाता है’
सौदागर(1973)
‘अगर मैं चोर हूं तो मुझसे चोरी करने वाले तुम हो…और अगर मैं मुजरिम हूं तो मुझसे जून करवाने वाले भी तुम हो’
विधाता(1982)
‘जो लोग सच्चाई की तरफदारी की कसम खाते हैं… जिंदगी उनके बड़े कठिन इम्तिहान लेती है’
शक्ति(1982)
‘मोहब्बत जो डरती हो वह मोहब्बत नहीं…अय्याशी है,गुनाह है’
मुग़ल-ए-आजम(1960)
‘मेरा दिल भी आपका कोई हिंदुस्तान नहीं…जिस पर आप हुकूमत करें’
मुग़ल-ए-आजम(1960)
जब अमीर का दिल खराब होता है ना…तोह गरीब का दिमाग खराब होता है
नया दौर (1957)
एक क्रांति मरेगा…तोह हज़ार क्रंति पैदा होंगे
क्रांति(1981)
कौन कमबख्त है जो बर्दास्त करने के लिए पिता है…मैं तो पीता हूँ कि बस सांस ले सकूँ
देवदास(1955)
मुल्क का हर सिपाही जानता है कि, उसके जिस्म पर वो खाकी वर्दी,जो सकक मान है वो है वर्दी उसका कफन भी बन सकती है।
कर्मा(1986)