पटना: ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर बिहार समेत देश के अन्य राज्यों में मचे बवाल के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। केन्द्र सरकार की इस घोषणा के मुताबिक अब ‘अग्निवीरों’ को CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को कितने फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। गृहमंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि इन अर्धसैनिक बलों में अग्निवीरों को 10 फीसदी का आरक्षण देने का फैसला किया गया है।
गृह मंत्रालय की तरफ से ट्वीट में कहा गया है कि “गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10% रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।” आगे लिखा गया है कि “साथ ही गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।’
साथ ही गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) June 18, 2022
सरकार की तरफ से यह एलान ऐसे समय में आया है, जब पूरे देश में ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर युवा सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर प्रदर्शन के नाम पर आगजनी और तोड़फोड़ की जा रही है. देशभर के युवा सरकार से अपील कर रहे हैं कि वो इस फैसले को तुरंत वापस ले। बिहार के जहानाबाद में आज फिर प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने बसों और ट्रकों में आग लगा दी। फिलहाल इस स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कई जिलों में धारा 144 लगाई गई है। साथ ही इंटरनेट भी बंद करने का फैसला किया गया है।
बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। सुबह 11 बजे यह बैठक होनी है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर छात्रों के बीच जो संशय है उसे खत्म करने पर चर्चा की जाएगी। हालांकि, सरकार इस योजना को वापस लेगी ऐसी उम्मीद नहीं जताई जा रही है। लेकिन इतना जरूर है कि भ्रम की स्थिति दूर करने के लिए केंद्र सरकार कोई ठोस पहल कर सकती है।
क्या है अग्निपथ योजना?
‘अग्निपथ योजना’ भारतीय सेना की टूर ऑफ ड्यूटी एंट्री स्कीम को दिया गया एक नया नाम है। सशस्त्र बलों ने दो साल पहले टूर ऑफ ड्यूटी योजना पर चर्चा शुरू की थी। इस योजना के तहत सैनिकों को एक शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाना है। भर्ती होने वाले युवाओं को ट्रेनिंग की जाएगी और फिर अलग-अलग फील्ड में तैनात किया जाएगा। ये स्थायी सैनिकों की नियुक्ति करने की मौजूदा प्रथा को खत्म कर देगी और इस तरह सेना में ‘भर्ती’ होने की योजना में बड़ा बदलाव देखा जाएगा। इसके तहत सेना के तीनों विंग में भर्ती की जाएगी।
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