पटना: कहते हैं ब्रह्मांड में बहुत सारे गुप्त रहस्य छुपे हुए हैं। उन रहस्यों को ढूंढ निकालना बेहद खास अनुभव होता है। आपको भी ये मौका मिल सकता है। अगर आप भी चाहते हैं इस मौके को पाना तो ये खबर आपके लिए है। इसरो सहित कई अन्य संस्थान ये मौका दे रहे हैं आपको स्पेस साइंस में एक मुकाम हासिल करने का।
यह एक ऐसा सेक्टर है जिसको भविष्य में चुनौतीपूर्ण और रोजगार क्षेत्र के तौर पर देखा जा रहा है। यह जितना रोचक है, उतनी ही मेहनत की भी मांग करता है।
अगर आप विज्ञान में दिलचस्पी रखते हैं, आपके लिए ये मौका है। यहां नौकरी के साथ-साथ आपको शोध के भी कई नए मौके मिलते रहेंगे।
योग्यता:
स्पेस साइंस में अपना भविष्य बनाने के लिए आपको गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र में ग्रेजुएट होना जरूरी है। कई यूनिवर्सिटी स्पेस साइंस में ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट कोर्स भी करवाती हैं। कई संस्थानों में स्पेस साइंस को लेकर शोध भी किए जाते हैं। इसरो में M.sc., B.Sc., M.E. और Phd., कर चुके छात्रों के लिए रास्ते आसान हो जाते हैं और उन्हे बेहतर मौका दिया जाता है। इसके अलावा, ISRO में B.sc. और डिप्लोमा कर चुके छात्रों को भी दाखिला मिलता है।
स्पेस साइंस में नौकरी पानी और बेहतर भविष्य बनाने के कई विकल्प आज उपलब्ध हैं। पीजी या पीएचडी होल्डर अपना प्रोजेक्ट चला सकते हैं। इसरो, स्पेस फिजिक्स लेबोरेटरी, विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर और एबीबीए- बेंगलुरू में बहुत ही आकर्षक वेतन पर बहाली होती है। विदेशों में भी तारा-भौतिकी और खगोलशास्त्र में बहुत सारे कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिसमें अभ्यर्थी प्रवेश ले सकते हैं।
इसके अतिरिक्त एस्ट्रोफिजिक्स, गैलैक्टिक साइंस, स्टेलर साइंस, रिमोट सेंसिंग, हाइड्रोलॉजी, कार्टोग्राफी, अर्थ प्लैनेट्री साइंस , बायॉलॉजी ऑफ अदर प्लेनेट्स, एस्ट्रोनॉटिक्स, स्पेस कोलोनाइजेशन, क्लाइमेटोलॉजी में काम कर सकते हैं। इस फील्ड में स्पेस साइंटिस्ट के अलावा मेट्रोलॉजिकल सर्विस, एनवायरनमेंटल मॉनिटरिंग, एस्ट्रोनॉमिकल डाटा स्टडी के साथ भी जुड़ा जा सकता है।
कहते हैं ब्रह्मांड में बहुत सारे गुप्त रहस्य छुपे हुए हैं। उन रहस्यों को ढूंढ निकालना बेहद खास अनुभव होता है। आपको भी ये मौका मिल सकता है। अगर आप भी चाहते हैं इस मौके को पाना तो ये खबर आपके लिए है। इसरो सहित कई अन्य संस्थान ये मौका दे रहे हैं आपको स्पेस साइंस में एक मुकाम हासिल करने का।
यह एक ऐसा सेक्टर है जिसको भविष्य में चुनौतीपूर्ण और रोजगार क्षेत्र के तौर पर देखा जा रहा है। यह जितना रोचक है, उतनी ही मेहनत की भी मांग करता है।
अगर आप विज्ञान में दिलचस्पी रखते हैं,आपके लिए ये मौका है। यहां नौकरी के साथ-साथ आपको शोध के भी कई नए मौके मिलते रहेंगे।
योग्यता:
स्पेस साइंस में अपना भविष्य बनाने के लिए आपको गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र में ग्रेजुएट होना जरूरी है। कई यूनिवर्सिटी स्पेस साइंस में ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट कोर्स भी करवाती हैं। कई संस्थानों में स्पेस साइंस को लेकर शोध भी किए जाते हैं। इसरो में M.sc., B.Sc., M.E. और Phd., कर चुके छात्रों के लिए रास्ते आसान हो जाते हैं और उन्हे बेहतर मौका दिया जाता है। इसके अलावा, ISRO में B.sc. और डिप्लोमा कर चुके छात्रों को भी दाखिला मिलता है।
स्पेस साइंस में नौकरी पानी और बेहतर भविष्य बनाने के कई विकल्प आज उपलब्ध हैं। पीजी या पीएचडी होल्डर अपना प्रोजेक्ट चला सकते हैं। इसरो, स्पेस फिजिक्स लेबोरेटरी, विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर और एबीबीए- बेंगलुरू में बहुत ही आकर्षक वेतन पर बहाली होती है। विदेशों में भी तारा-भौतिकी और खगोलशास्त्र में बहुत सारे कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिसमें अभ्यर्थी प्रवेश ले सकते हैं।
इसके अतिरिक्त एस्ट्रोफिजिक्स, गैलैक्टिक साइंस, स्टेलर साइंस, रिमोट सेंसिंग, हाइड्रोलॉजी, कार्टोग्राफी, अर्थ प्लैनेट्री साइंस , बायॉलॉजी ऑफ अदर प्लेनेट्स, एस्ट्रोनॉटिक्स, स्पेस कोलोनाइजेशन, क्लाइमेटोलॉजी में काम कर सकते हैं। इस फील्ड में स्पेस साइंटिस्ट के अलावा मेट्रोलॉजिकल सर्विस, एनवायरनमेंटल मॉनिटरिंग, एस्ट्रोनॉमिकल डाटा स्टडी के साथ भी जुड़ा जा सकता है।