रिपोर्ट:वरुण झा
पटना: एक तरफ जहां कोरोना काल में लोगों का काम धंधा बंद पड़ा हुआ है, आमदनी आने के स्रोत पर भी ब्रेक लगा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों से उन पर दोहरी मार पड़ रही है। आम पब्लिक का जहां पहले से ही बजट का संतुलन बिगड़ा हुआ था तो वहीं अब बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमत लोगों के जेब की अंतिम छोर तक पहुंच गयी है। पेट्रोल डीजल की महंगाई हर रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। लगातार बढ़ रही कीमतों से आम पब्लिक का माइलेज डाउन हो गया है।
देश के कई शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल की कीमत अब 100 रुपये के पार हो गई है. इंडियन ऑयल के एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल की कीमत अब 101.21 रुपए है जबकि सामान्य पेट्रोल का दाम 96.61 रुपये है. डीजल की कीमत की बात करें तो मंगलवार को राजधानी पटना में डीजल कीमत 90. 66 रुपए तक पहुंच गई है। वहीं भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल की कीमत भी अब 99 रुपये से ऊपर जा चुकी है.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा उछाल के कारण बिहार में फल-सब्जियों और अनाज के भाव में भी तेजी आ गई है। इसके अलावा बस और ऑटों का भी किराया बढ़ गया है।
पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डलवाने आए एक ऑटो चालक ने कहा कि मोदी जी से कोई काम नहीं हो रहा है, वो सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं, जो उनके खिलाफ बोलेगा उनको वो गिरफ्तार करवा देंगेI
वहीं, मौजूद दूसरे शख्स ने कहा कि पेट्रोल की बढ़ती कीमत से मेरे जेब पर बहुत असर पड़ा है। पहले 50 से 60 रुपए की पेट्रोल में हम अप-डाउन कर लेते थे लेकिन अब 150 रुपए का पेट्रोल डलवाना पड़ रहा है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए । अच्छे दिन का उन्होंने वादा किया था तो उन्हें निभाना भी चाहिए।
वहीं पर मौजूद एक और शख्स से हमने बात किया और उन्होंने कहा कि
“इस कोरोना महामारी में देश की स्थिति विकट हो गई है, देश की जीडीपी भी लगातार गिर रही है तो हमें इस वक्त सरकार का साथ देना चाहिए, थोड़ा कॉर्पोरेट लोगों को भी सरकार के साथ करना चाहिए।”
वहीं पेट्रोल पंप कर्मी ने बताया कि पेट्रोल की बढ़ती कीमतों की वजह से एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल की बिक्री में भारी कमी आई है. पहले जहां एक दिन में 1000 लीटर एक्स्ट्रा प्रीमीयम पेट्रोल बिकता था, वहीं अब 200 लीटर बिक रहा है. लोग एक्स्ट्रा प्रीमीयम पेट्रोल नहीं ले रहे हैं.
अब देखना ये होगा की बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमत पर कब ब्रेक लग पाता है, अगर जल्द ही ब्रेक नहीं लगा तो हालात बेकाबू हो सकते हैं।