पटना: जनता दरबार में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस व जमीन से जुड़े मामलों की शिकायतें सुनी। इस जनता दरबार में शराब उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग तथा सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें भी सुनी गई। इसी क्रम में एक महिला ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिकायत की। महिला ने वाल्मीकिनगर के जदयू विधायक पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने की बात कही। लाइव कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने इस मामले में डीजीपी को जांच करने का निर्देश दिया।
पश्चिमी चंपारण के वाल्मिकीनगर से आई कुमोद वर्मा ने आरोप लगते हुए बताया कि 14 फरवरी को उनके पति की हत्या वहां के विधायक रिंकू सिंह ने करवा दिया। पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि रिंकू सिंह और उनके साथियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। उनके पति पूर्व जिला पार्षद दयानंद वर्मा की हत्या मामले में जदयू विधायक धीरेंद्र प्रताप उर्फ रिंकू सिंह, शकील तथा बबलू के अलावा अन्य लोगों को आरोपित किया गया था। अपनी पार्टी के विधायक पर लगे आरोपों को सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला को तुरंत डीजीपी के पास भेज दिया। नीतीश कुमार ने वहाँ मौजूद अधिकारी को कहा कि इन्हें डीजीपी के पास ले जाइए। इस मामले को वो खुद देखेंगे।
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बता दें कि दयानंद वर्मा की हत्या पश्चिमी चंपारण के नौरंगिया थाने के सिरिसिया चौक के पास कर दी गई थी। इस बाबत उनकी पत्नी कुमोद वर्मा ने हत्या की जो प्राथमिकी दर्ज कराई थी, उसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति दयानंद वर्मा और शकील मियां के बीच कुछ विवाद हुआ था। तब शकील ने उनके पति को मारने की धमकी दी थी। इसके बाद वह 14 फरवरी को विधायक रिंकू सिंह समेत अन्य के साथ पहुंचा और पति को गोली मार दी। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई थी। मालूम हो कि धीरेंद्र प्रताप उर्फ रिंकू सिंह पश्चिमी चंपारण की वाल्मीकि नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं।
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