पटना: 5 साल बाद फिर बिहार सरकार द्वारा जनता दरबार को जनता के लिए खोल दिया गया है। सचिवालय स्थित 4 केजी भवन में कार्यक्रम किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता की परेशानियों को सुना है। कई जिलों के फरियादी को आज नीतीश कुमार से मिलने के लिए विशेष गाड़ियों से बुलाया गया।
जनता दरबार भवन के आसपास के इलाकों को किले की तरह बदल दिया गया। बिना प्रशासन की इजाजत को किसी को भी अंदर जाने की अनुमती नहीं थी। जिन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया था सिर्फ फरियादी को हीं अंदर जाने दिया गया। इसके अलावा किसी को भी अंदर जाने का आदेश नहीं था। जिन फरियादी को अंदर भेजा गया, उन सब का आरटी पीसीआर टेस्ट कराया गया। जिनका रिपोर्ट नेगेटिव आया है उन्हीं को जनता दरबार में भेजा गया।
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जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होगा। प्रथम सोमवार को गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, मध निवेश उत्पादन निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खाद एवं भूतत्व विभाग के मामले की सुनवाई होगी। दूसरी सोमवार को समाज कल्याण, पिछड़ा, अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी ,स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना प्रवैधकी कला एवं संस्कृति, श्रम संसाधन एवं वित्त विभाग की सुनवाई कि जाएगी। वहीं तीसरी सोमवार को ग्रामीण विकास, पंचायती राज पथ निर्माण, सहकारिता, पशु और मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, एवं पर्यावरण विभाग की सुनवाई की जाएगी।
जिला प्रशासन द्वारा सभी आवेदकों को उनके आवेदन का प्रिंटआउट क्यूआर कोड सहित उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा सभी फरयादियों के आने जाने का व्यवस्था किया जाएगा। जिसमें खाना से लेकर पानी तक की व्यवस्था कराई जाएगी। लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े इसलिए वीडियो, एसडीओ और डीएम कार्यालयों में भी शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था की गई।
जनता दरबार में शामिल होने के लिए लोगों को जेकेडीएमएम की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। करने के लिए लोगों को आधार नंबर देना होगा। अगर किसी के पास मोबाइल नहीं है तो वह किसी वीडियो एसडीएम या डीएम ऑफिस जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस ऐप से आवेदन करने पर मोबाइल नंबर अनिवार्य होगा। जिस पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, जिससे कंफर्म किया जा सके।
आज जनता दरबार में भारी मात्रा में लोग एकत्रित हुए। जिसमें साफ देखा जा सकता था कि कोरोना प्रोटोकॉल का कोई भी खयाल नहीं रखा गया। विशेषज्ञ द्वारा तीसरी लहर की संभावना जताई गई है। इसके बावजूद जनता दरबार में भारी संख्या में लोगों का आना कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को आमंत्रण दे रहा है। हालांकि जिन लोगों को जनता दरबार में भेजा गया उनका कोरोना टेस्ट कराया गया।
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