पटना: देश में जातीय जनगणना के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब का इंतजार करने की बात कही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से अब तक इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं आया है। हम इंतजार कर रहे है, क्योंकि निर्णय उनको लेना है। साथ ही नीतीश कुमार ने जदयू के नेताओं के तरफ से ‘पीएम मटेरियल’ कहे जाने को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने ‘पीएम मटेरियल’ के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि यह सब फालतू बात है, पार्टी की बैठक में ऐसी कोई बात नहीं हुई है। कोई पार्टी में कुछ बोलता है, तो इसपर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए।
बता दें कि 29 अगस्त को जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नीतीश कुमार को ‘पीएम मटेरियल’ बताया गया। साथ ही पार्टी द्वारा यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण मौजूद है। बैठक के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश पीएम पद की योग्यता रखते हैं। पूरे देश में नीतीश कुमार के व्यक्तित्व का प्रचार-प्रसार के लिए ‘मिशन नीतीश’ चलाया जाएगा और देश को उनके द्वारा बिहार में की जाने वाली विकास कार्य के बारे में बताया जाएगा।
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हालांकि जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी यह कहा था कि फिलहाल हम एनडीए का हिस्सा हैं, और एनडीए में नरेंद्र मोदी के अलावा कोई प्रधानमंत्री पद का दावेदार नहीं है। बता दें कि पीएम मटेरियल का मुद्दा सामने बाद नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि यदि नीतीश कुमार उनके संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहें तो वह सांसद पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं। नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वह किसी भी तरह के त्याग करने को सक्षम हैं । हालांकि सभी बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश ने ऐसी सभी संभावना को फिलहाल के लिए खारिज कर दिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश के बयान के बाद ‘पीएम मटेरियल’ के मुद्दे पर विराम लगने की संभावना जताई जा रही है। दरभंगा से लौटने के बाद बाढ़ के हालात पर नीतीश कुमार ने कहा कि सभी प्रभावित जगहों का निरक्षण करके पूरी जानकारी ली जा रही है । इसमें लोगों को दी जाने वाली मदद, भोजन, रहने का इंतजाम आदि शामिल है। बाढ़ प्रभावित परिवार को 6 हजार रुपये आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। कई जगहों पर जलस्तर में कमी आई है, लेकिन कई इलाके अब भी पानी में डूबे हुए हैं।
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