पटना: “एग्जाम के लिए दौड़ो, डिग्री के लिए दौड़ो तो फिर नौकरी के लिए दौड़ो! सर सेशन हमारा सही समय पर नहीं चल रहा, हमारा सेशन सही करवा दीजिए।” फूट फूट कर रोती हुई लड़की ये कहती है, वो भी शिक्षा मंत्री के सामने। शिक्षा मंत्री के सामने बिलखती हुई छात्रा के आंसू बिहार की शिक्षा व्यवस्था के लिए काला धब्बा है। बिहार के लगभग सारे सरकारी विश्वविद्यालयों का यही हाल है। जी हां, दुनिया भर में ग्रेजुएशन की डिग्री 3 साल में पूरी होती है लेकिन बिहार एक ऐसा अनोखा राज्य है, जहां एक सेशन पूरा होने में 6 साल भी लग जाते हैं।
एक तरफ बिहार की लड़कियां यूपीएससी परीक्षा में टॉप कर रही हैं तो वहीं बिहार की ही बेटी शिक्षा व्यवस्था से नाराज जब शिक्षा मंत्री तक अपनी फरियाद लेकर पहुंचती है तो उसे संतोषजनक जवाब भी नहीं मिला। बिहार का भागलपुर विश्वविद्यालय हो या पटना का मगध विश्वविद्यालय, बिहार के लगभग सभी विश्वविद्यालयों के सेशन का रवैया लगभग एक जैसा है। कहीं 4 साल तो कहीं 6 साल में ग्रेजुएशन जैसी डिग्री पूरी हो पाती है और इसकी शिकायत लेकर जब एक छात्रा बिहार के शिक्षा मंत्री तक पहुंची तो उसकी फरयाद सुनने के बजाय शिक्षा मंत्री विजय चौधरी वहां से चलते बने।
दरअसल, जनता दरबार के तर्ज पर हर दिन बिहार सरकार के कोई मंत्री आम जनता की फरयाद सुनते हैं। इसी दरबार में मगध विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं अपनी गुहार लेकर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के पास पहुंचे थे। शिक्षा मंत्री ने पहले तो उनकी बातों को सुनकर उन्हें उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। लेकिन आश्वासन की बात सुनकर छात्र आक्रोश में आ गए। इसी बीच फरियाद सुनाते-सुनाते एक छात्रा भावुक हो गई की और शिक्षा मंत्री के आगे बिलख कर रोने लग गई। ये सारा प्रकरण जदयू कार्यालय में चल रहा था, जहां शिक्षा मंत्री रोज की तरह जानता की फरयाद सुनने बैठे थे।
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छात्रों से बात करते हुए विजय चौधरी ने सेशन का लेट होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसा होना सरकार और छात्र दोनों के लिए परेशानी का कारण बनता है। पदाधिकारियों और विश्वविद्यालय की लापरवाही को लेकर मंत्री ने कहा कि इसको लेकर वो आगे बातचीत करेंगे और इसका हल जल्द ही निकलेंगे। विजय चौधरी ने कहा कि वो चाहते है की कक्षाएं समय से चले और परीक्षाएं भी सही समय से हों।
सेशन देर से पूरा होने की वजह से बिहार में बेरोजगारी का स्तर भी बढ़ रहा है। कई युवा सही वक्त पर किसी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर पाते हैं, जिस वजह से उनका भविष्य अंधेरे में है। कई निजी और बाकी रोजगार संबंधित समस्या उत्पन्न होती है जिसपर सरकार को जल्द से जल्द संज्ञान लेने की जरूरत है। आए दिन बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते ही रहते हैं। कभी किसी सरकारी स्कूल के एक कमरे में 2 विषयों की पढ़ाई एक साथ होने का वीडियो सामने आता है तो कभी बीपीएससी जैसे सबसे अहम परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हो जाते हैं।
बीते दिनों ही पूर्णिया के एक सरकारी स्कूल का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक ही कमरे में 2 विषय की पढ़ाई एक ही साथ करवाई जा रही थी। मगध विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएं अपने सेशन को लेकर काफी परेशान हैं। जिस सेशन को 3 साल में पूरा हो जाना था, 6 साल पूरा होने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है। छात्र काफी परेशान हैं और अपने भविष्य को लेकर चिंतित भी। इसी समस्या का हल निकालने वो बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के पास पहुंचे थे। लेकिन जैसा हर मामले में होता है इस मामले में भी मंत्री जी ने आश्वासन नाम का ठेंगा छात्रों का दिखाकर वहां से निकल गए।
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