पटना: पिछले दो जुमे पर हुई हिंसा और बवाल को देखते हुए 17 जून को होने वाली नमाज को सकुशल संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, प्रयागराज समेत अन्य संवेदनशील जिलों में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। संवेदनशील जिलों में ड्रोन से निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही भारी संख्या में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती भी की गई है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और कार्यवाहक डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को जिलों के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर प्रदेश में अमन चैन बहाल रखने के निर्देश दिए। अवस्थी ने बताया कि अधिकारियों से कहा गया है कि किसी तरह की लापरवाही पाए जाने पर शासन स्तर पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों से भी कहा गया है कि वह खुद संवेदनशील स्थानों का भ्रमण करें और यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी शांति व्यवस्था भंग न होने पाए।
एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया किजुमे की नमाजसकुशल संपन्न कराने के लिए प्रदेश में सतर्कता बढ़ाई गई है। संवेदनशील जिलों के लिए 130 कंपनी पीएसी और 10 कंपनी आरएएफ/सीएपीएफ दी गई है। सभी पुलिस अफसरों को सतर्क रहकर फुट पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से निगरानी के साथ ही धर्मगुरुओं से संवाद कर जुमे की नमाज को शांतिपूर्ण संपन्न कराने को कहा गया है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा सेक्टर योजना को भी लागू किया गया है।
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छतों पर भी तैनात रहेगी फोर्स:
जानकारी के मुताबिक, जामा मस्जिद के आसपास के इलाके मे छतों पर भी फोर्स तैनात रहेगी। रूफ टॉप ड्यूटी के लिए घरों को चिन्हित कर लिया गया है। इन घरों की छतों पर नमाज शुरू होने से पहले ही पुलिस कर्मी तैनात कर दिए जाएंगे। जो ड्रोन और दूरबीन की मदद से दूर तक पूरे इलाके पर नजर बनाकर रखेंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर ये पुलिस कर्मी इन्हीं जगहों से पोजिशन संभालेंगे।
पांच गुना ज्यादा फोर्स की तैनाती:
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस बार लगभग पांच गुना ज्यादा फोर्स की तैनाती की गई है। पिछली बार पीएसी के 500, आरएएफ के 200, जिला पुलिस के 1000 और 300 होमगार्डों समेत करीब दो हजार जवानों को लगाया गया था। लेकिन इस बार 10 हजार से ज्यादा जवानों को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि अटाला और आसपास के इलाकों की सतत निगरानी के लिए सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत किया गया है। इसके तहत संवेदनशील स्थानों पर 200 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
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