पटना: कांग्रेस के पूर्व नेता हार्दिक पटेल आज भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने इस बात की जानकारी खुद ट्वीट करके दी है। हार्दिक ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं। पटेल ऐसे समय में पार्टी में शामिल हो रहे हैं, जब इस साल के आखिर में गुजरात विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भाजपा पिछले दो दशक से ज्यादा वक्त से राज्य में सत्ता में हैं।
भाजपा शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया है। हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा कि वह छोटा सिपाही बनकर काम करेंगे। हार्दिक ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट कर कहा, ‘राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूंगा।’
राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूँ। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूँगा।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) June 2, 2022
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मुझे पद का लालच नहीं:
हार्दिक पटेल ने कहा कि आजतक मैंने पद के लालच में कहीं भी किसी भी प्रकार की मांग नहीं रखी। कांग्रेस को भी मैंने काम मांगते हुए छोड़ा और भाजपा में भी मैं काम करने की परिभाषा के साथ जुड़ रहा हूं। स्थान की चिंता कमजोर लोग करते हैं। मजबूत लोग कभी भी स्थान की चिंता नहीं करते हैं। हालांकि अटकलें हैं कि हार्दिक पटेल का आगामी विधानसभा चुनाव लड़ना तय है। हार्दिक सौराष्ट्र की मोरबी या अहमदाबाद जिले में अपने पैतृक गांव वीरमगाम सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने भाजपा से चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए थे।
18 मई को कांग्रेस से दिया था इस्तीफा:
बता दें कि हार्दिक पटेल ने 18 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। चुनाव से पहले उनका यह कदम कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है। कांग्रेस छोड़ने से पहले हार्दिक ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की नीति को लेकर जमकर हमलो बोला था। उन्होंने अपने त्यागपत्र में आगे लिखा था कि अयोध्या में राम मंदिर हो, सीएए-एनआरसी का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या जीएसटी लागू करने जैसे फैसले हों, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था। लेकिन, कांग्रेस इसमें केवल बाधा बनने का काम करती रही।
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