पटना: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश में तीसरे मोर्चे की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने आज सभी गैर-भाजपा शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य सभी विपक्षी नेताओं को पत्र लिखा है। हालांकि इसमें कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। इस पत्र में सीएम ममता ने सभी नेताओं कोभारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। सीएम ममता ने भगवा दल के खिलाफ लड़ाई पर चर्चा के लिए एक बैठक करने की अपील की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्र में गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को और विपक्षी नेताओं से कहा है कि सभी प्रगतिशील ताकतों को एक साथ आने और केन्द्र के दमनकारी शासन से लड़ने की जरूरत है। ममता ने लिखा है कि संयुक्त विपक्ष के उद्देश्य के लिए एक साथ आएं, जिससे देश में जैसी सरकार की जरूरत है, वैसी सरकार बनने का रास्ता साफ हो सके। केंद्र की मोदी सरकार ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। हमें भाजपा के इस कदम का विरोध करना चाहिए। ये सभी केंद्रीय एजेंसियां भाजपा शासित राज्यों में कुछ नहीं करती हैं और गैर-भाजपा शासित राज्यों में लोगों के खिलाफ काम करती है।
Our Hon'ble Chairperson @MamataOfficial writes to all Opposition leaders & CMs, expressing her concern over @BJP4India's direct attacks on Democracy.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) March 29, 2022
BJP has repeatedly attacked the federal structure of our country and now, it's time to unitedly fight this oppressive regime. pic.twitter.com/Ib3VbuSdbK
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दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बीच टकराव किसी से छुपी नहीं है। दोनों पार्टी के बीच काफी लंबे समय से टकराव चल रहा है। हाल ही में पश्चिम बंगाल के वीरभूमि में हुए हिंसा को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी के निताओं के बीच तीखी बहस देखने को मिली। सीएम ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर खुलकर हमलावर रही है। वहीं, भाजपा के नेता भी टीएमसी पर कटाक्ष करते रहते हैं। ऐसे में सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं और गैर-भाजपा शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ममता बनर्जी के द्वारा भेजे गए पत्र को विपक्ष की एकता के संदर्भ में देखा जा रहा है।
बंगाल में आरोप-प्रत्यारोप का दौड़ रहता है जारी:
पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के गठन के बाद से ही भारतीय जनता दल और तृणमूल कांग्रेस पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगा रहता है। सोमवार को ही पश्चिम बंगाल में बर्धमान जिले के पांडवेश्वर से टीएमसी विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा समर्थकों को खुलेआम धमकी दी थी। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि यह कहना गलत नहीं होगा कि टीएमसी के नेता तालिबानी मानिसकता रखते हैं।
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