पटना: देश भर में गर्मी का कहर जारी है, ऐसे में यूपी, बिहार, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु समेत कई राज्यों को कोयले की कमी के चलते भारी बिजली संकट से भी गुजरना पड़ रहा है। इसी बीच बिजली आपूर्ति बनाए रखने में मदद के लिए केंद्र सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। रेलवे ने बिजली आपूर्ति को पूरा करने के लिए मालगाड़ियों की संख्या में इजाफा किया है। कोयले वाली मालगाड़ियों का परिचालन बढ़ाने और समय से उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने पिछले कुछ हफ्तों से रोज मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया है।
इन राज्यों में बिजली संकट:
दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत देश के 13 राज्य बिजली संकट का सामना कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेशप्रदेश, बिहार, दिल्ली, राजस्थान में भी बिजली कटौती के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के चलते बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। इसके अलावा कोयले की कमी के चलते भी कई राज्यों में बिजली संकट पैदा हुआ है।
बिजली संकट टालने को उठाया कदम:
अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली संयंत्रों में कोयले का पर्याप्त स्टॉक रखने के लिए अगले दो महीने तक सामान्य से ज्यादा ढुलाई जारी रह सकती है। इससे जुलाई-अगस्त में भी बिजली का संकट टाला जा सकेगा। जुलाई-अगस्त में बारिश के चलते खदानों से कोयला निकालने का काम कम हो जाता है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि ट्रेनें कैंसिल होने का सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है।
ये भी पढ़े: प्रशांत किशोर को बिहार का अध्यक्ष बनाने को तैयार थी कांग्रेस, जानिए कहां फंसा पेंच!
24 मई तक पैसेंजर ट्रेनों के 670 फेरे रद्द:
बिजली की मांग में भारी वृद्धि के कारण कोयले की आवश्यकता बढ़ने की वजह से रेल मंत्रालय ने 24 मई तक यात्री ट्रेनों की करीब 670 फेरों को रद्द करना का नोटिफिकेशन जारी किया है। रेल मंत्रालय के अधिसूचना के अनुसार, 500 से अधिक लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें हैं। इसके साथ ही रेलवे ने कोयले की रेक (ट्रेन) की औसत दैनिक लोडिंग 400 से ज्यादा बढ़ा दी है। हर मालगाड़ी से 3,500 टन कोयले की ढुलाई की जा सकती है।
बिजली संकट के क्या हैं कारण?
भीषण गर्मी को बिजली संकट के पीछे मुख्य वजह बताया जा रहा है। दरअसल, गर्मी बढ़ने से बिजली की आपूर्ति का मांग बढ़ गया है और बिजली बनाने में बड़े पैमाने पर कोयला की जरूरत होती है। ऐसे में कई राज्यों में कोयले की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी माना था कि कई राज्यों में कोयले की कमी है।
ये भी पढ़े: राजधानी में गहरा सकता है बिजली संकट, मेट्रो और अस्पतालों की सेवाएं पर पड़ेगा असर!