नन्हा पवन कोलकाता में 6 साल की उम्र में स्कूल पढ़ने जाता था!
Author: Mohit Kumar Singh
अभी सफलता पाने के लिए सरकार को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा!
आखिर इनके जैसे गायकों को कैसे समझ आएगा?
क्या आरसीपी सिंह को अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता होने लगी है?
आज के समय में भी लोग पढ़ ता, कबीर दास जी के सम्मान दे
अगर चिराग ने आशीर्वाद यात्रा में जोर लगा दिया तो चाचा पशुपति का सड़क पर आना तय!
सुविधा नहीं हो पाई है कि कोई व्यक्ति अपना आंख दिखा सकें!
अब इसके बाद अभ्यर्थी हाईकोर्ट के दरवाजे पर जाएंगे और फिर सरकार आराम से कई साल कोर्ट का नाम लेकर बिता देगी।
कैसे पता रहेगा हमारे मुख्यमंत्री जी को जब उनकी मंशा ही नहीं है किसी नौजवान को रोजगार देने की।
उससे लोगों को टीका नहीं दिया जा रहा बल्कि सवारी ढ़ोया जा रहा है।