पटना: बिहार में 5 साल बाद आज दोबारा जनता दरबार खोला गया। सुबह 10:30 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में पहुंच गए। नीतीश कुमार ने विभागों से जुड़ी समस्या की शिकायतें सुनीं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग अपनी दिक्कतों को मुख्यमंत्री के सामने रखा। जनता दरबार में आए एक महिला की जीतिया चोरी हो गई। उसने इसकी शिकायत सीधे सीएम नीतीश कुमार से कर दी। सीएम के कहने पर अधिकारियों द्वारा मामला की जांच की गई। परिसर में लगे सीसीटीवी फोटो को खंगाला जा रहा है। जिससे यह पता चल सके कि किसने महिला की मंगलसूत्र को छीना या काटा है।
आज सुबह से ही बिहार की राजधानी पटना में जनता दरबार लगाया गया था। बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे थे इसी बीच एक महिला नीतीश कुमार के सामने अपनी समस्या बताने पहुंची। मुख्यमंत्री से अपनी परेशानी बताते हुए एक महिला ने कहा कि किसी ने उसकी जितिया छीन ली है। उसने कहा कि यह घटना परिसर में हुई है जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने महिला की बात सुनकर मामले की जांच का आदेश दे दिया। अधिकारियों द्वारा परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे फोटो खंगाली जा रही है।
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जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होगा। प्रथम सोमवार को गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, मध निवेश उत्पादन निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खाद एवं भूतत्व विभाग के मामले की सुनवाई होगी। दूसरी सोमवार को समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी ,स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना प्रवैधकी कला एवं संस्कृति, श्रम संसाधन एवं वित्त विभाग की सुनवाई की जाएगी। वहीं तीसरी सोमवार को ग्रामीण विकास, पंचायती राज पथ निर्माण, सहकारिता, पशु और मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, एवं पर्यावरण विभाग की सुनवाई की जाएगी।
कोरोना महामारी के बाद जनता दरबार का खोला जाना बिहार सरकार का एक अच्छा कदम बताया जा रहा है। इसके जरिए बिहारवासी अपनी परेशानियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक आसानी से पहुंचा सकेंगे। जिससे जानता का परेशानी तत्काल दूर किया सकेगा। एक महिला ने नीतीश कुमार से अपनी वृद्धा पेंशन के बारे में भी शिकायत की। जिसमें उसने बताया कि उसको करीब तीन साल से वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है। जिस पर नीतीश कुमार ने तुरंत सुनवाई करने की आश्वासन दी। बता दें कि जनता दरबार में आए हर एक आदमी का पहले कोरोना जांच कराया गया फिर जनता दरबार में जाने की अनुमति दी गई।
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