पटना: पंजाब की भगवंत मान सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। मान ने कहा कि हमारी सरकार ने ग्रुप सी और डी के 35 हजार अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने का फैसला किया है। सीएम भगवंत मान ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि अगले विधानसभा सत्र से पहले इस बिल का ड्राफ्ट बनाकर दें। ताकि सरकार विधानसभा में उसे मंजूर करके लागू कर सके। साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव को ऐसी संविदात्मक और आउटसोर्सिंग भर्तियों को समाप्त करने का भी निर्देश दिया है।
पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान कर्मचारियों की मांगों को आम आदमी पार्टी ने बड़ा मुद्दा बनाया था। भगवंत मान ने सीएम पद का उम्मीदवार बनने के बाद ही वादा किया था कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर पंजाब के कर्मचारियों स्थायी नौकरी दी जाएगी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद के एक हफ्ते बाद ही भगवंत मान ने अपना बड़ा वादा पूरा कर दिया है। सीएम पद के सपथ लेने बाद से भगवंत मानलगातार एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे हैं। उन्होंने सोमवार को अपने कैबिनेट के मंत्रियों के बीच डिपार्टमेंट का बंटवारा कर दिया था। भगवंत मान ने अपने पास गृह मंत्रालय समेत 27 विभाग रखे हैं।
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इससे पहले भी पंजाब मंत्रिमंडल की पहली बैठक में भगवंत मान सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, बोर्डों-निगमों और पुलिस विभाग में नौजवानों को 25 हजार सरकारी नौकरियां देने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी थी। इसमें 15000 पद बोर्ड, निगमों व विभागों के भरे जाएंगे, जबकि 10 हजार पद पंजाब पुलिस में भरे जाएंगे। आप प्रवक्ता ने बताया कि इन नौकरियों का विज्ञापन और नोटिफिकेशन की प्रक्रिया एक महीने के अंदर पूरी होगी।
इसके अलावा आज भगवंत मान सरकार ने शहीद भगत सिंह के ‘शहीदी दिवस’ पर हर वर्ष सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की है। भगवंत मान ने विधानसभा में कहा कि पहले सिर्फ नवांशहर में छुट्टी होती थी। भगत सिंह पूरे देश के हैं। उनके ‘शहीदी दिवस’ पर पूरे पंजाब में छुट्टी होगी। प्रवक्ता ने बताया कि 23 मार्च, 2022 दिन बुधवार को शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस के अवसर पर पंजाब सरकार के सरकारी दफ्तरों, बोर्डों /कारपोरेशनों और सरकारी शैक्षिक संस्थानों में सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
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