पटना: बिहार से लेकर पूर्वांचल तक भोजपुरी में अश्लीलता के खिलाफ मुहिम चल रही है। बिहार सरकार ने इस पर ध्यान देना उचित नहीं समझा लेकिन अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भोजपुरी फिल्मों से अश्लीलता को खत्म करने के लिए एक सराहनीय प्रयास किया है। हमें नहीं पता कि इस फैसले के बाद से कितना हद तक अश्लीलता कम होगा लेकिन हमें इस बात की उम्मीद जरूर हो गई थी अगर आप कुछ सकारात्मक करने की कोशिश करेंगे तो थोड़ा देर से ही सही लेकिन आपको सकारात्मक खबर जरूर मिलेगी और आज उत्तर प्रदेश सरकार ने जो किया है वह हम सबके लिए एक सकारात्मक खबर है।
अब बिहार सरकार को भी सोचना चाहिए कि उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर क्या वह अपनी तरफ से भोजपुरी को बचाने के लिए कुछ कर सकती है? जिस प्रकार से गोरखपुर के सांसद और भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन ने योगी आदित्यनाथ और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों को पत्र लिखा था उसके बाद से इस बात की उम्मीद बहुत कम थी कि किसी भी सरकार की तरफ से कुछ सकारात्मक कदम उठाया जाएगा लेकिन अब उत्तर प्रदेश से एक सकारात्मक खबर आई है जिस पर निश्चित रूप से बात होनी चाहिए। हम सबके लिए यह बेहद खुशी वाली बात है कि हम जिस प्रयास में लगे हैं वह सफल हो रहा है।
कहा जाता है कि फिल्म समाज का आईना होती है लेकिन भोजपुरी की फिल्मों ने भोजपुरी संगीत और यहां की संस्कृति को बर्बाद कर दिया। बिहार सरकार का सांस्कृतिक मंत्रालय क्या कर रहा है मुझे नहीं पता लेकिन इतना विश्वास जरूर हो गया है कि अगर आप निरंतर कुछ अच्छा करने के लिए प्रयास करेंगे तो खबर अच्छी ही आएगी। प्रसिद्ध कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने कल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। राजू श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष है और इसी लिहाज से उन्होंने योगी आदित्यनाथ को एक सुझाव दिया और उन्होंने उनके सामने चिंता व्यक्त की। सबसे पहले तो योगी आदित्यनाथ से राजू श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश में बन रही फिल्म सिटी को लेकर बातचीत की और फिर उन्होंने योगी आदित्यनाथ से भोजपुरी फिल्मों में लगातार बढ़ रही अश्लीलता को लेकर चिंता व्यक्त की।
राजू श्रीवास्तव ने योगी आदित्यनाथ से कहा कि जिस प्रकार से भोजपुरी फिल्मों में चीजों को दिखाया जा रहा है उससे समाज पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। राजू श्रीवास्तव ने कहा कि यह एक समाज के लिहाज से ठीक नहीं है। कल राजू श्रीवास्तव अपनी चिंता योगी आदित्यनाथ के सामने व्यक्त कर अपने घर गए तो आज योगी आदित्यनाथ की तरफ से इस बात का ऐलान कर दिया गया कि जिस भोजपुरी फिल्म में अश्लीलता को दिखाया जाएगा या फिर अश्लीलता को परोसा जाएगा उसको उत्तर प्रदेश सरकार अनुदान नहीं देगी। योगी आदित्यनाथ ने ऐलान कर दिया कि भोजपुरी भाषा की जिस फिल्म में भी अश्लीलता दिखाया जाएगा उसे उत्तर प्रदेश सरकार मदद नहीं देगी। अब योगी आदित्यनाथ की फैसले से निश्चित रूप से हमें खुश होना चाहिए क्योंकि अश्लीलता के खिलाफ सरकार की तरफ से छोटा सा कदम भी बड़ा संदेश है।
भोजपुरी के अभिनेता और गायकों को यह समझना चाहिए कि वे किस कदर भोजपुरी को बदनाम कर चुके हैं कि सरकार को अपनी तरफ से अश्लीलता रोकने के लिए प्रयास करना पड़ रहा है। भोजपुरी फिल्म निर्माताओं के मुंह पर एक तमाचा है जो हर बात पर बस इतना कह देते थे कि और भाषा के फिल्म में भी अश्लीलता दिखाया जाता है लेकिन टारगेट केवल भोजपुरी को किया जाता है। अब हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार भोजपुरी फिल्मों को अनुदान देती है जिसके कुछ शर्त होते हैं और अब उन्हीं शर्तों में से एक होगा की फिल्म में किसी प्रकार से अश्लीलता नहीं दिखाया जाएगा। राजू श्रीवास्तव ने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस बात को उनके सामने रखा तो इसके पहले गोरखपुर के सांसद और भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख चुके थे। रवि किशन ने पत्र तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी लिखा था लेकिन बिहार सरकार की तरफ से इस बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं आई।
हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार का यह एक सराहनीय कदम है। हम चाहेंगे कि उत्तर प्रदेश सरकार उन गायको पर भी कार्रवाई करें जो अश्लीलता को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके अलावा बिहार सरकार भी अगर कुछ ऐसा सकारात्मक फैसला लेती है तो वह निश्चित रूप से सराहनीय होगा। कुछ दिन पहले बिहार सरकार की तरफ से सवारी गाड़ियों में भोजपुरी गाना बजाने को लेकर प्रतिबंध लगाया गया था जो भोजपुरी गायकों के मुंह पर तमाचा है। वे खुद सोचे कि अगर उन्होंने सब ठीक गाया होता तो फिर सरकार को ऐसा कदम नहीं उठाना पड़ता। आखिरकार सरकार किसी और भाषा की फिल्म या गानों को लेकर कोई ऐसा निर्देश क्यों नहीं दे देती? आखिर क्यों बिहार सरकार की तरफ से केवल सवारी गाड़ियों में केवल भोजपुरी गानों पर प्रतिबंध लगाया गया। यह सवाल भोजपुरी के सभी बड़े कलाकारों को खुद से पूछना चाहिए और उन्हें अपने किए पर शर्म आना चाहिए। फिलहाल हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द बिहार सरकार भी सख्त कदम उठाएगी और अगर जरूरत पड़ी तो उत्तर प्रदेश सरकार भी और सख्त कदम के लिए तैयार रहेगी।
ये भी पढ़े: रवि किशन जी भोजपुरी से प्यार है तो आंदोलन करिए निवेदन नहीं!